सचिन तेंदुलकर को लेकर विराट कोहली ने खोला ये बड़ा राज, कहा कंधे पर बिठाकर…

कोहली ने कहा, ‘ये उनका वह लम्हा था जब हर कड़ी मेहनत सफल हो गई थी। हम सभी ने ये महसूस किया। मैंने सोचा कि इससे बेहतर क्या हो सकता है कि उनके सपने के पूरा होने के अहसास के लिए उनके घरेलू मैदान में उन्हें विक्ट्री लैप सम्मान दिया जाए। इसलिए, हमने सोचा कि ये उनके लिए आदर्श चीज है, और हम आगे बढ़े और इसे किया।’

 

कोहली ने कहा, ‘उन्होंने हमें और भारत के दूसरे बच्चों प्रेरित और प्रोत्साहित किया है। ये उन सभी लोगों से उनको तोहफा था, क्योंकि इससे पहले इतने सालों तो उन्होंने भारत को केवल दिया, दिया और दिया था।’

मुझे पूर्ण आनंद की अनुभूति हुई, लेकिन सभी की भावनाएं पाजी (सचिन तेंदुलकर) के आसपास केंद्रित थी क्योंकि हम जानते थे कि विश्व कप जीतने का यह उनका आखिरी मौका था। उन्होंने इतने वर्षों तक देश के लिए जो कुछ भी किया था, भारत की जीत में इतना योगदान

दिया है।’एचटी की रिपोर्ट के मुताबिक, कोहली ने बीसीसीआई द्वारा अपलोड वीडियो में मयंक अग्रवाल से ‘ओपन नेट्स विद मयंक’ में कहा, ‘मेरी भावना सबसे पहले आभार की थी कि हमने विश्व कप जीता था।

भारत की वर्ल्ड कप जीत का हिस्सा रहे कोहली ने बताया कि कैसे जीत के बाद टीम को अहसास हुआ कि भारतीय क्रिकेट के प्रति अथक प्रयास और कई योगदानों के लिए सचिन तेंदुलकर के प्रति सम्मान जताने की जरूरत

विराट कोहली ने खुलासा किया है कि भारतीय टीम ने 2011 वर्ल्ड कप जीतने के बाद क्यों सचिन तेंदुलकर को वानखेड़े स्टेडियम में कंधे पर बिठाकर विक्ट्री लैप का सम्मान दिया था।