जिला पंचायत अध्यक्ष चुनावों को लेकर मायावती ने योगी सरकार पर बोला हमला, कहा -अगले साल…

पूर्व मुख्यमंत्री मायावती ने बसपा से जुड़े लोगों को विरोधियों के हथकंडों से सावधान रहने का आह्वान किया। उन्होंने आरोप लगाया कि विरोधी साम, दाम, दंड, भेद हर तरह की रणनीति अपना रहे हैं। इसके तहत मीडिया के जरिए जानबूझकर अफवाह फैलाई जा रही है कि बसपा आगामी यूपी विधानसभा चुनावों को लेकर सक्रिय नहीं है।

जबकि ऐसा नहीं है। यह सब कार्यकर्ताओं का मनोबल और उत्साह खत्म कम करने की साजिश है। उन्होंने बताया कि सभी को मालूम होना चाहिए कि कोरोना की पहली लहर के मद्धिम पड़ते ही फरवरी 2021 से वह लखनऊ में ही हैं।

यही नहीं कोरोना नियमों का पालन करते हुए संगठन को मजबूत बनाने के लिए लगातार छोटी-बड़ी बैठकें करती रहती हैं। उन्होंने मीडिया को भी बसपा को कम करके नहीं आकंने की हिदायत दी। कहा कि बसपा की राष्ट्रीय अध्यक्ष होने के नाते अन्य राज्यों की भी बैठकें वह करती रहती हैं। लेकिन इन बैठकों को प्रचारित करने के लिए अन्य दलों की तरह मीडिया को नहीं बुलातीं।

पूर्व मुख्यमंत्री ने कहा कि बसपा का पूरा फोकस विधानसभा चुनाव पर है। मायावती ने कहा कि बीएसपी को यदि यूपी में स्वतंत्र और निष्पक्ष चुनावों का भरोसा होता तो निश्चित ही पार्टी जिला पंचायत अध्यक्ष का चुनाव लड़ती और बड़ी संख्या में उसके उम्मीदवार चुनाव जीतते भी।

बसपा सुप्रीमो ने कहा कि यूपी में जब कभी बसपा सत्ता में रही। चुनाव छोटा हो या बड़ा, कहीं कोई धांधली या बेईमानी नहीं की गई ताकि लोगों का लोकतंत्र में भरोसा बना रहे। उन्होंने कहा कि प्रदेश की जनता को लोकतंत्र को बचाने के लिए इन बातों को गंभीरता से लेना चाहिए।

बसपा अध्यक्ष मायावती ने जिला पंचायत अध्यक्ष चुनावों को लेकर योगी सरकार पर बड़ा हमला बोला है। उन्होंने कहा कि भाजपा यूपी में समाजवादी पार्टी की शैली अपना रही है।

यह लोकतंत्र के लिए अच्छा नहीं है। उन्होंने कहा कि उनकी पार्टी ने इस समय प्रदेश में हो रहे ज़िला पंचायत अध्यक्ष के चुनाव को नहीं लड़ने का निर्णय लिया है। यदि निष्पक्ष ढंग से चुनाव होते तो शायद जरूर हिस्सा लेती। उन्होंने कहा कि बसपा अगले साल यूपी में होने वाले विधानसभा चुनाव में अकेले चुनाव लड़ेगी।