अब महिलाएं भारतीय स्टेट बैंक के इस प्लान से घर में रखे सोने से कमा सकती है करोड़ो रुपये, जानिए कैसे

देश में ज्यादातर लोग गोल्ड क्वाइन  ज्वैलरी में निवेश करना सबसे सुरक्षित माध्यम मानते हैं. महिलाएं भी गोल्ड ज्वैलरी यही सोचकर खरीदती हैं कि उनके बुरे वक्त में कार्य आएगी. घर में रखे सोने की मूल्य तो बढ़ती है लेकिन इससे कोई अलावा लाभ या कमाई नहीं होती. अब यही सोना आपके लिए कमाई का जरिया बन सकता है. अगर आप इसे स्टेट बैंक ऑफ इंडिया भारतीय स्टेट बैंक ) की गोल्ड डिपॉजिट स्कीम ( भारतीय स्टेट बैंक Gold Deposit Scheme) में लगाते हैं तो घर पर रखे गोल्ड पर कमाई कर सकते हैं.

निवेश करने का ये है तरीका

गोल्ड बार, सोने के सिक्के (Gold Coin), ऐसे गहने जिसमें कोई स्टोन या मेटल ना लगा हो, ऐसा सोना बैंक में जमा किया जा सकता है. कस्टमर्स एक एप्लिकेशन फॉर्म, पहचान पत्र, एड्रेस प्रूफ  इंवेट्ररी फॉर्म भरकर सोना जमा कर सकते हैं. एसबीआई बैंक ने देश भर की सात ब्रांच को इसके लिए अधिकार दिया है. गोल्ड डिपॉजिट स्कीम की पूरी जानकारी एसबीआई ( भारतीय स्टेट बैंक ) की वेबसाइट पर दी गई है.

कितना सोना करना होगा जमा

आपको कम से कम 30 ग्राम सोना जमा करना होगा. अधिकतम सोना जमा करने की कोई सीमा नहीं है.

इतने वर्ष के लिए करना होगा डिपॉजिट

1 सोना शॉर्ट टर्म बैंक डिपॉजिट के तहत  1 से 3 वर्ष के लिए जमा कर सकते हैं.

2 मीडियम टर्म सरकार डिपॉजिट में 5 से 7 वर्ष के लिए निवेश कर सकते हैं. सरकार की तरफ से बैंक ये सोना अपने पास जमा करेगा.

3 लॉन्ग टर्म सरकार डिपॉजिट 12 से 15 वर्ष के लिए निवेश कर सकते हैं. सरकार की तरफ से बैंक ये सोना अपने पास जमा करेगा.

इतना मिलेगा ब्याज

1 शॉर्ट टर्म बैंक डिपॉजिट में 1 वर्ष के लिए गोल्ड जमा करने पर 0.55 फीसदी, 1 से 2 वर्ष के लिए 0.55  2 से 3 वर्ष के लिए निवेश करने पर 0.60 प्रतिशत की दर से ब्याज मिलेगा.

2 मीडियम टर्म सरकार डिपॉजिट पर 2.25 प्रतिशत का ब्याज मिलेगा.

3 लॉन्ग टर्म सरकार डिपॉजिट पर 2.50 प्रतिशत की दर से ब्याज मिलेगा.

कैसे करती है गोल्ड डिपॉजिट स्कीम काम

एसबीआई रीवैम्प्ड गोल्ड डिपॉजिट स्कीम (Revamped Gold Deposit Scheme (R- GDS) में गोल्ड को FD की तरह जमा कराया जाता है. आप जमा किए गए सोने पर 0.55 प्रतिशत से 2.5 प्रतिशत सालाना की दर से ब्याज कमा सकते हैं.

कौन कर सकता है निवेश

कोई आदमी या तो सिंगल सा ज्वॉइंट एकाउंट खोल सकता है. पार्टनरशिप फर्म, प्रोपराइटरशिप, सेबी के अंदर रजिस्टर्ड म्यूचुअल फंड, एक्सचेंज ट्रेड फंड, ट्रस्ट, कंपनी कोई भी इस स्कीम में निवेश कर सकता है.