अब इस देश ने ली चीन से दुश्मनी, तैनात किए हथियार, जानिए सबसे पहले…

गौरतलब है कि चार दशकों में अमेरिका व ताइवान के बीच उच्चतम हुई स्तरीय बैठकों के चलते बीजिंग ने नाराजगी जहिर की है।चीन ने अमेरिका को आग से नहीं खेलने की चेतावनी दी है। हाल ही में ताइवान पर अपना दावा ठोकने वाला चाइना अब अमेरिका के साथ उसकी F-16V फाइटर जेट डील देखकर बौखला रहा है।

 

बता दें कि ताइवान ने सोमवार (17 अगस्त) को बोला था कि वह हांगकांग के शहर से चीनी जासूसों की घुसपैठ रोकने का कोशिश कर रहा है। ताकि देश में को चीनी जासूसों की एंट्री रोकी जा सके।

ताइवान की मुख्य धरती मामलों की परिषद (Mainland Affairs Council) ने बोला था कि ”वे हांगकांग व मकाऊ निवासियों के “प्रबंधन को मजबूत” कर रहे हैं जो मूल रूप से चाइना की जमीं से ताल्लुक रखते हैं। हमारा लक्ष्य चीनी घुसपैठ, संयुक्त मोर्चा, अशांति फैलाने वाली गतिविधियों को रोकना है। ‘

चाइना की मीडिया के अनुसार, चाइना ने अपनी 500 Kg के सटीक-निर्देशित मूनिशन डिस्पेंसर व हवा से सतह पर मार करने वाली मिसाइल “तियानेली 500kg” की शक्ति दिखाई है।

Tianlei 500 को स्काई थंडर (Sky Thunder) हथियार के नाम से जाना जाता है। रिपोर्ट के मुताबिक एक वरिष्ठ इंजीनियर ने बोला कि चाइना के ये हथियार 6 तरह के सबमिशन को साथ ले जा सकते हैं व विभिन्न लक्ष्यों पर हमला कर सकते हैं।

बीजिंग ने अपने नए हथियारों की घोषणा हांगकांग व दक्षिण चीन सागर टकराव को लेकर ताइवान व अमेरिका के साथ बढ़े तनाव के बीच की है।

चीनी स्टेट मीडिया ने मंगलवार (18 अगस्त) को जानकारी दी है कि ताइवान के साथ बढ़ते तनाव के बीच बीजिंग ने अपनी नयी हथियार प्रणाली (new weapons system) का खुलासा किया है।