अब चीन के निशाने पर आया ये देश, पकड़ना शुरू किया…

इन रूसी नागरिकों पर नीदरलैंड के संगठन, रासायनिक हथियारों के निषेध या OPCW के वाई-फाई नेटवर्क को हैक करने का आरोप है। यह संगठन सीरिया में रासायनिक हथियारों के इस्तेमाल मुद्दे की तफ्तीश कर रहा है। बहरहाल, 2018 में वाई-फाई नेटवर्क पर किए गए अटैक को नीदरलैंड के अधिकारियों ने विफल कर दिया था।

EU की विदेश नीति के प्रमुख जोसेप बोरेल ने गुरुवार को बोला कि बैन के तहत यात्रा पर प्रतिबंध व संपत्ति जब्त किए जाने का प्रावधान है। इसके तहत आरोपी लोगों व संस्थाओं को फंडिंग ना देने का प्रावधान है। इस मुद्दे में उन चार रूसी लोगों की पहचान की गई है जो GRU के सदस्य हैं।

EU के हेडक्वार्टर की ओर से जारी किए गए बयान में 2017 के ‘WannaCry’ रैनसवेयर, ‘NotPetya’ मालवेयर व ‘Cloud Hopper’ साइबर जासूसी के लिए उन्हें जिम्मेदार करार दिया है।

संघ ने रूसी सैन्य एजेंटों, चीनी साइबर जासूसों व उत्तर कोरियाई फर्म समेत संगठनों पर गंभीर आरोप लगाए हैं। यूरोपीय संघ ने छह लोगों व तीन समूहों पर बैन लगाए हैं, जिसमें रूस के GRU मिलिट्री इंटेलिंजेंस एजेंसी भी शामिल है।

बढ़ते साइबर हमलों को लेकर यूरोपीय संघ ने बड़ी कार्रवाई की है। यूरोपीय संघ ने साइबर पाबंदी लगाते हुए रूस, चाइना व उत्तर कोरिया को निशाने पर लिया है।