चिराग पासवान को मिला ये नोटिस, अब करना होगा ये काम

रामविलास पासवान ने अपने दौर में इस बंगले के अंदर ही अपना और बेटे चिराग पासवान का दफ्तर बना लिया था। मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक बंगला खाली करने का आदेश जारी होने से पहले चिराग पासवान ने कुछ वक्त की मांग की थी।

कहा यह भी जा रहा है कि उन्होंने पिता की पहली पुण्यतिथि तक इसमें बने रहने की बात कही थी। इससे पहले हाउसिंग मिनिस्ट्री की ओर से चिराग पासवान के चाचा पशुपति कुमार पारस को 12 जनपथ स्थित बंगले में शिफ्ट होने को कहा था। लेकिन उन्होंने यह प्रस्ताव खारिज कर दिया था। पारस का कहना था कि इससे राजनीतिक तौर पर गलत संदेश जाएगा।

मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, चिराग पासवान को अब फिर से नोटिस भेजा गया है। फिलहाल रामविलास पासवान की पत्नी, बेटे चिराग पासवान और कुछ अन्य परिजन इस बंगले में रह रहे हैं।

रामविलास पासवान के निधन के बाद केंद्र की मोदी सरकार में उनके छोटे भाई पशुपति पारस को जगह दी गई है, जबकि चिराग पासवान को उनकी ही पार्टी के नेताओं ने अध्यक्ष पद से भी बेदखल कर दिया है।

चिराग पासवान खुद दूसरी बार लोकसभा के सांसद हैं और इस नाते उन्हें नॉर्थ एवेन्यू में एक मकान आवंटित किया गया है। हालांकि वो हमेशा से ही पिता रामविलास पासवान के जीवित रहते और उनके निधन के बाद से अपनी मां के साथ 12, जनपथ वाले बंगले में ही रहते आए हैं।

लोक जनशक्ति पार्टी (लोजपा) के अध्यक्ष चिराग पासवान की मुश्किलें कम होने का नाम ही नहीं ले रही हैं। अब उन्हें अपने पिता रामविलास पासवान के दिल्ली के बंगले को खाली करना होगा।

वह दिल्ली में अपने पिता के नाम पर आवंटित हुए बंगले में मां के साथ रह रहे हैं, लेकिन अब हाउसिंग मिनिस्ट्री के डायरेक्टोरेट ऑफ एस्टेट्स ने उन्हें 12 जनपथ स्थित बंगले को खाली करने का नोटिस भेजा है।

जानकारी के मुताबिक पासवान को 14 जुलाई को ये आदेश जारी किया गया था जिसके बाद चिराग ने थोड़ा वक्त मांगा था। दिल्ली के 12 , जनपथ स्थित इस बंगले में रामविलास पासवान तीन दशक से भी ज्यादा समय से रह रहे थे।