अमेरिका के खिलाफ उत्तर कोरिया ने अपनाया कड़ा रुख , दे डाली ये चेतावनी

राष्ट्रपति जो बाइडन के प्रशासन के रक्षा मंत्री लॉयड ऑस्टिन और विदेश मंत्री एंटनी ब्लिंकन साउथ कोरिया पहुंचे थे. बीते बुधवार को सियोल में ब्लिंकन ने नॉर्थ कोरिया पर देश के नागरिकों को परेशान करने के आरोप लगाए थे.

इस दौरान उन्होंने दावा किया था कि अमेरिका और उसके साझेदार उत्तर कोरिया को परमाणु मुक्त बनाने के लिए प्रतिबद्ध हैं.उत्तर कोरिया ने कुछ ही दिनों पहले अमेरिका प्रशासन पर निशाना साधा था.

देश ने अमेरिका और दक्षिण कोरिया के सैन्य अभ्यास की निंदा की थी. इसके चलते उत्तर कोरिया के प्रमुख किम जोंग उन की बहन किम यो जोंग ने अमेरिका को चेतावनी भी दी थी.

ब्लिंकन और ऑस्टिन एशिया में अमेरिका के प्रभाव को मजबूत करने के लिए सोमवार को जापान एवं दक्षिण कोरिया की चार दिवसीय यात्रा के लिए पहुंचे थे.

उन्होंने कहा कि उत्तर कोरिया ने पहले ही यह साफ कर दिया है जब तक अमेरिका सैन्य अभ्यास और पाबंदियों जैसी विरोधी नीतियों को जारी रखेगा, तब तक हम बात नहीं करेंगे. साथ ही बातचीत के जो प्रयास किए गए हैं.

वे समय पाने और आम राय बनाने के एक ‘घटिया उपाय’ हैं. उन्होंने कहा ‘नए प्रशासन के आने के बाद से ही अमेरिका की तरफ से केवल ‘उत्तर कोरिया से खतरे’ की एक थ्योरी और परमाणु मुक्त करने की एक गलत बयानबाजी है. ‘

उत्तर कोरिया में विदेश मामलों की पहली उप मंत्री चो सोन हुई ने पहली बार नए अमेरिकी प्रशासन के प्रयासों का खंडन किया है. राज्य समाचार एजेंसी में जारी एक बायन के अनुसार, उन्होंने कहा कि ई-मेल, अलग-अलग तरीकों से टेलीफोन मैसेज के जरिए बातचीत के प्रयास किए गए हैं. इस दौरान उन्होंने साफ किया है कि विरोधी नीतियों के रहते वे अमेरिका से बातचीत नहीं करेंगे.

अमेरिका (America) के साथ बातचीत को लेकर उत्तर कोरिया (North Korea) कड़ा रुख अपनाए हुए है. हाल ही में देश के एक शीर्ष राजनयिक ने इस बात की पुष्टि की है कि अमेरिका ने उनके साथ संपर्क बनाने की कोशिश की है.

हालांकि, नॉर्थ कोरिया ने संयुक्त राष्ट्र अमेरिका की कोशिशों ‘घटिया’ बताया है. उन्होंने साफ कर दिया है कि जब तक वॉशिंगटन विरोधी नीतियों को नहीं छोड़ता, तब तक बातचीत के प्रयासों का जवाब नहीं दिया जाएगा.