नेपाल ने भारत पर लगाया ये बड़ा आरोप, जारी किया ये आदेश

प्रधानमंत्री ने दावा किया, ‘दूतावासों और होटलों में अलग-अलग तरह की गतिविधियां हो रही हैं. अगर आप दिल्ली के मीडिया को सुनेंगे तो आपको संकेत मिल जाएगा.’ उन्होंने कहा कि नेपाल के कुछ नेता भी तत्काल उन्हें हटाने के खेल में शामिल हैं.

नेपाल के अपनी रिपोर्ट में कहा है कि नेपाल के प्रधानमंत्री ने भारतीय मीडिया, बुद्धिजीवियों और सरकार पर उनकी सरकार गिराने की साजिश का आरोप लगाया है.

ओली के हवाले से अखबार ने लिखा, ‘दिल्ली में मीडिया को सुनिए. जो (यह) दिखाता है. यहां के विभिन्न होटलों में गतिविधियों को देखिए. (भारतीय) दूतावास की सक्रियता देखिए, जिससे इसका पता चलता है.’

बता दें कि बीते दिनों प्रधानमंत्री ओली और सत्तारूढ़ पार्टी के कार्यकारी अध्यक्ष पुष्प कमल दहल ‘प्रचंड’ समेत उनके प्रतिद्वंद्वियों के बीच स्थायी समिति की बैठक में मतभेद खुलकर सामने आ गए थे.

प्रचंड ने ओली पर बिना किसी सलाह के फैसला लेने और तानाशाही रवैया अपनाने का आरोप लगाया था. स्थायी समिति की बैठक 30 जून से दोबारा शुरू होगी.

एनसीपी की स्थायी समिति की हालिया बैठक छह महीने के बाद हो रही है. इससे पहले कई बार बैठक टल चुकी थी. मई की शुरुआत में जब स्थायी समिति की बैठक शुरू होने वाली थी, तब स्वास्थ्य कारणों का हवाला देते हुए ओली ने बैठक में शामिल होने से इनकार कर दिया था.

ओली ने दावा किया, ‘मुझे सत्ता से हटाने की कोशिशें की जा रही हैं, लेकिन वे कामयाब नहीं होंगी.’ उन्होंने कहा, ‘किसी ने भी खुले तौर पर उनसे इस्तीफा देने को नहीं कहा, लेकिन मैंने अव्यक्त भावों को महसूस किया है.’

ओली नेपाल कम्युनिस्ट पार्टी (एनसीपी) के लोकप्रिय दिवंगत नेता मदन भंडारी की 69वीं जयंती पर प्रधानमंत्री आवास पर आयोजित एक कार्यक्रम को संबोधित कर रहे थे.

नेपाल के प्रधानमंत्री केपी शर्मा ओली ने रविवार को दावा किया कि उनकी सरकार द्वारा देश के राजनीतिक मानचित्र को बदले जाने के बाद उन्हें पद से हटाने की कोशिशें की जा रही हैं.