मायावती ने योगी सरकार को घेरा, जानिए क्या है पूरा मामला

दूसरी तरफ समाजवादी पार्टी ने योगी सरकार पर हमला बोलते हुए कहा, ‘पंचायत चुनाव में अपनी बदइंतजामी से हजारों शिक्षकों को बेमौत मारने वाली हत्यारी भाजपा सरकार अब शोकाकुल परिवारों का दुख बांटने के बजाय उनके जख्मों को और कुरेद रही है!

महाझूठी भाजपा सरकार द्वारा पंचायत चुनाव में सिर्फ 3 शिक्षकों की कोरोना से मृत्यु होने की बात कहना अमानवीय है! कोर्ट की निगरानी में सभी मृतक शिक्षकों की गिनती करा प्रत्येक परिवार को एक करोड़ रुपए मुआवजा दे सरकार।’

बहुजन समाज पार्टी (बीएसपी) की अध्यक्ष व उत्तर प्रदेश की पूर्व मुख्यमंत्री मायावती ने पंचायत चुनाव के दौरान हुई शिक्षकों की मौत मामले में योगी आदित्यनाथ सरकार पर तीखा हमला बोला है।

मायावती ने ट्वीट करते हुए लिखा, ‘देश भर में कोरोना योद्धाओं के रूप में सम्मानित खासकर डॉक्टरों व स्वास्थ्यकर्मियों की सेवाकाल के दौरान हो रही बीमारी व मृत्यू आदि के सम्बंध में सरकारों की घोर अनदेखी व उपेक्षा की खबरें अति-दुःखद। उनकी सुरक्षा आदि के बारे में सरकारों को पूरी तरह से गंभीर होने की सख्त जरूरत।

इसी प्रकार, यूपी में पंचायत चुनाव की ड्यूटी निभाने वाले शिक्षकों व अन्य सरकारी कर्मचारियों की कोरोना संक्रमण से मौत की शिकायतें आम हो रही हैं, लेकिन इनकी सही जांच न होने के कारण इन्हें उचित सरकारी मदद भी नहीं मिल पा रही है, जो घोर अनुचित। सरकार इस पर तुरन्त ध्यान दे।’

त्रिस्तरीय पंचायत चुनाव में हुई शिक्षकों की मौत के मामले को लेकर विपक्ष योगी आदित्यनाथ सरकार पर हमलावर है। बहुजन समाज पार्टी की अध्यक्ष व पूर्व मुख्यमंत्री मायावती, कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी और समाजवादी पार्टी की तरफ से इस पर योगी सरकार को कटघरे में खड़ा किया गया है।

दरअसल, शिक्षक कर्मचारी संघ ने दावा किया था कि कोरोना संक्रमण के दौरान कराए गए पंचायत चुनाव की वजह से 1621 शिक्षकों की मौत हुई है। हालांकि, बेसिक शिक्षा परिषद की तरफ से दावा किया गया है कि यूपी में पंचायत चुनाव के दौरान सिर्फ तीन शिक्षकों की कोरोना से मौत हुई है।