मंडरा रहा कोरोना की तीसरी लहर का खतरा , पिछले 10 दिनों में 543 बच्चे हुए संक्रमित

मुख्यमंत्री बसवराज बोम्मई ने कहा कि राज्य सरकार बच्चों की पौष्टिकता की जांच के लिए बाल स्वास्थ्य शिविर आयोजित करेगी। उन्होंने कहा, “विशेषज्ञों ने चेतावनी दी है कि बच्चे तीसरी लहर में प्रभावित होंगे, क्योंकि उन्हें अभी तक टीका नहीं लगाया गया है। हमने बच्चों की निगरानी के लिए उडुपी और हावेरी जिलों में ‘वात्सल्य’ योजना पहले ही शुरू कर दी है। हम उनके पोषण की जांच के लिए बाल चिकित्सा स्वास्थ्य शिविर आयोजित करेंगे।”

सीएम ने कहा, उन्होंने कहा, “हम पोषण की कमी और कम विकास के लिए आवश्यक उपचार करेंगे। हमने सभी संबंधित अधिकारियों को इस पर प्रशिक्षण भी दिया था। हम बच्चों को इस वायरस से बचाने की कोशिश करेंगे। हमने सभी जिला अस्पतालों को बाल चिकित्सा आईसीयू की व्यवस्था करने का निर्देश दिया है।”

विशेषज्ञों के सुझाव के अनुसार राज्य सरकार ने स्कूल खोलने का निर्णय लिया था। अब मुख्यमंत्री ने अपने आधिकारिक दौरे से दक्षिण कन्नड़ लौटने के तुरंत बाद उनके साथ एक आपात बैठक बुलाई है।

कोरोना वायरस की दूसरी लहर का कहर झेल चुके भारत पर अब तीसरी लहर का खतरा मंडरा रहा है। धीरे-धीरे तीसरी लहर की दस्तक देश के अलग-अलग कोनों से आनी शुरू हो गई है। विशेषज्ञ पहले ही चेतावनी दे चुके हैं कि कोरोना की थर्ड वेव में बच्चे सबसे ज्यादा प्रभावित होंगे और अब कोरोना धीरे-धीरे बच्चों को ही अपना शिकार बना रहा है। बेंगलुरु में पिछले 10 दिनों में 543 बच्चे कोरोना पॉजिटिव पाए गए हैं।

ब्रुहत बेंगलुरु महानगर पालिक (बीबीएमपी) ने शुक्रवार को सूचित किया कि 1 अगस्त से 11 अगस्त तक 0-19 वर्ष के आयु वर्ग के 543 बच्चे कोरोना पॉजिटिव मिले हैं, हालांकि इस आयु वर्ग से कोई मौत दर्ज नहीं हुई है। बीबीएमपी ने बताया कि ज्यादातर बच्चे या तो एसिम्टोमेटिक हैं या फिर इनमें हल्के लक्षण हैं।