शपथ के लेने के बाद एक्शन में आई ममता बनर्जी , कूच बिहार में किया ऐसा…

इसी प्रकार पूर्व डीजी (सुरक्षा) विवेक सहाय को दोबारा से यही पोस्ट दी गई है। आयोग ने उन्हें मुख्यमंत्री की सुरक्षा की जिम्मेदारी ठीक से न निभाने के लिए हटा दिया गया था।

वहीं चुनाव के दौरान एडीजी सुरक्षा के रूप में काम करने वाले ज्ञानवंत सिंह को उनके पहले का पद वापस दिया गया है इसके अलावा उन्हें एडीजी और सशस्त्र पुलिस के आईजीपी की अतिरिक्त जिम्मेदारी दी गई है।

इसके अतिरिक ओसीडब्लू पर भेजे गए संजय सिंह को पश्चिमी रेंज का एडीजी और आईजी बनाया गया है। सुबह मुख्यमंत्री ने संकेत दिया था कि वह विभिन्न क्षेत्रों में पुलिस की ‘अक्षमता’ से खुश नहीं हैं।

इसी प्रकार एडीजी (कानून एवं व्यवस्था) जगमोहन को दोबारा नागरिक सुरक्षा में भेजा गया है और जावेद शमीम को दोबारा एडीजी (कानून एवं व्यवस्था) बनाया गया है। शमीम को लेफ्ट की रैली के दौरान पुलिस द्वारा की गई कथित ज्यादती के लिए स्थानांतरित कर दिया गया था।

सरकार ने कूचबिहार जिले के एसपी देबाशीष धर को भी निलंबित कर दिया, जहां के सीतलकुची निर्वाचन क्षेत्र में 10 अप्रैल को मतदान के दौरान सीआईएसएफ की गोलीबारी में चार लोग मारे गए थे।

ममता बनर्जी ने इस मामले में सीबीआई जांचे के आदेश दिये हैं। चुनाव के दौरान धर को के कन्नन को हटाकर कूच बिहार का एसपी बनाया गया था और कन्नन को ओसीडब्लू (अधिकारी-अनिवार्य-प्रतीक्षा) पर भेज दिया गया था। वहीं नीरज पांडे जिन्हें डीजी वीरेंद्र की जगह नया डीजी बनाया गया था उन्हें वापस (अग्नि सेवा) का डीजी बनाया गया है।

इन अधिकारियों में डीजी वीरेंद्र, एडीजी (कानून एवं व्यवस्था) जावेज शमीम, डीजी सुरक्षा विवेक सहाय शामिल हैं। इस बाबत आदेश बुधवार की शाम को ही जारी कर दिया गया था।

ममता बनर्जी ने सीएम की कुर्सी संभालने के चंद घंटों बाद की पुलिस महकमे में बड़ा फेरबदल किया। मुख्य रूप से उन्होंने शीर्ष स्तर के उन 29 अधिकारियों का ट्रांसफर किया जिनकी चुनाव आयोग द्वारा चुनावों के दौरान बदली की गई थी। अब इन अधिकारियों को वापस उसी जगह पर भेजा गया है जहां वे चुनावों से पहले कार्यरत थे।