ममता बनर्जी ने पश्चिम बंगाल में किया ऐसा काम, जानकर लोग हुए हैरान

मंगलवार को सरस्वती पूजा के अच्छा एक दिन पूर्व ममता बनर्जी ने ट्वीट के जरिये यह जरूरी घोषणा की। ममता ने शिक्षकों को मुख्य अभिभावक बताते हुए समाज व देश में उनके अप्रतिम सहयोग की चर्चा की।

 

तर्क दिया कि स्कूल के अतिरिक्त शिक्षक अपने परिवार को भी समय दे सकें, इसलिए गृह जिले में तैनाती का फैसला लिया गया है। इस निर्णय के बाद देश और प्रदेश के सामूहिक विकास में प्रत्यक्ष व अप्रत्यक्ष रूप से शिक्षकों की सहभागिता बढ़ेगी।

आपकी जानकारी के लिए बता दे कि शिक्षक व छात्र-छात्राओं के प्रति गर्व का भाव जाहिर करते हुए ममता ने बोला कि भविष्य के महान व्यक्तित्व के गठन में शिक्षकों की जरूरी किरदार रहती है।

देश व समाज के विकास में भी उनका बड़ा सहयोग होता है। सीएम ने बोला कि सरस्वती पूजा का आदर्श समय होने की वजह से यह शिक्षकों के प्रति कृतज्ञता जताने का ठीक मौका है।

इसलिए सरकार अब से प्रदेश के सभी शिक्षकों को उनके जिलों में स्थित विद्यालयों में तबादले का मौका देगी। सीएम ने सभी के प्रति आभार जताया है।

मुख्यमंत्री के इस कदम से शिक्षकों में खुशी की लहर दौड़ गई है। इस घोषणा का शिक्षक संगठनों ने खुले दिल से स्वागत किया है।

शिक्षकों का बोलना है इस निर्णय से उनका घंटों बर्बाद होने वाला समय बच जाएगा। घर से दूसरे जिलों में स्थित विद्यालयों में आने-जाने में ही उनका अधिकतर समय व ऊर्जा बर्बाद होती रही है।

इससे मानसिक दबाव बना रहता है व परिवार को मिलने वाला समय यात्रा में बीत जाता है। शिक्षक संगठनों का बोलना है कि इससे पढ़ाई की गुणवत्ता भी बेहतर होगी।

सरकारी स्कूलों के शिक्षकों की तैनाती उनके गृह जिले में करने का निर्णय किया है। यह फैसलातृणमूल कांग्रेस पार्टी सरकार ने लिया है।

मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने एजुकेशन के स्तर को व बेहतर बनाने तथा आने वाले चुनाव के लिए नया समीकरण साधते हुए यह एलान किया है। शिक्षकों को यह सौगात देकर सीएम ने एक बड़े वर्ग को साधने का उपक्रम किया है।