उत्तराखंड में भाजपा के नए प्रदेश अध्यक्ष की तलाश शुरू , हाईकमान कर रही ऐसा…

उत्तराखंड में मुख्यमंत्री के साथ ही भाजपा के नए प्रदेश अध्यक्ष की तलाश भी शुरू हो गई है। भाजपा हाईकमान एक साथ कई समीकरणों को साधने जा रहा है। पार्टी ने मुख्यमंत्री के साथ ही प्रदेश अध्यक्ष, विधानसभा अध्यक्ष और सवा तीन माह बाद खाली हो रही राज्यसभा की एक सीट के लिए अपना फार्मूला तैयार किया है।

भाजपा के सूत्रों के अनुसार सोमवार को मुख्यमंत्री के नाम के ऐलान के साथ ही यह तस्वीर पूरी तरह से साफ होने की उम्मीद है। भाजपा अगर कार्यवाहक सीएम पुष्कर धामी को रिपीट करती है तो फिर भी प्रदेश अध्यक्ष का बदला जाना तय है। धामी के कुमाऊं मंडल से होने के नाते गढ़वाल मंडल से नए अध्यक्ष का बनना इसलिए भी तय माना जा रहा है कि मौजूदा अध्यक्ष मदन कौशिक को मंत्रिमंडल या फिर स्पीकर के रूप में ताजपोशी मिल सकती है।

यह चर्चाएं सत्ता के गलियारों में तेजी से उड़ने लगी हैं। प्रदेश अध्यक्ष रहते कौशिक पर पार्टी के एक विधायक सार्वजनिक तौर पर भितरघात के आरोप लगा चुके हैं। ऐसे में कौशिक भी नहीं चाहते हैं कि वे इस कुर्सी पर रहे और मंत्रिमंडल में जगह पाने की उनकी प्रबल दावेदारी है। अगर, वे मंत्रिमंडल में जगह नहीं बना पाते तो फिर स्पीकर की कुर्सी उनकी लिए तय मानी जा रही है।

वहीं, अगर हाईकमान धामी को दोबारा सीएम बनाने से हिचकता है तो फिर उन्हें प्रदेश अध्यक्ष की कुर्सी मिलने की संभावनाएं जताई जा रही हैं। ऐसे में सीएम का चेहरा गढ़वाल मंडल से हो सकता है। जातिया समीकरण साधने के लिए यह फिर ब्राह्मण चेहरा हो सकता है। इस पद के लिए चार ब्राह्मण चेहरों में कोई एक हो सकता है। वहीं, चार जुलाई को राज्यसभा सांसद प्रदीप टम्टा की सीट भी खाली होने जा रही है। इस पर पूर्व सीएम त्रिवेंद्र रावत की प्रबल दावेदारी हो सकती है।