नेपाल में खोदाई के दौरान 300 मीटर की गहराई से निकला ये, देख चीन के छूटे पसीने

धीमल ने बोला कि उन्‍होंने अन्‍य पुरातत्‍वविदों को इस बारे में जानकारी दी. पुरातत्‍वविदों ने बताया कि ये मूर्तियां प्रथम या द्व‍ितीय ईसापूर्व की हैं.

उनका बोलना है कि ये मूर्तियां किसी देवी की हैं. माना जा रहा है कि यह मूर्ति किराट देवी की है. धीमल के अनुसार अगर यह ठीक है तो ये मूर्तियां करीब 3800 वर्ष पुरानी हैं.

स्‍थानीय पुरातत्‍वविद श्रीकृष्‍ण धीमाल का बोलना है कि इन मूर्तियों को शुक्रवार को एक निर्माण के दौरान बरामद किया गया था. स्‍थानीय लोगों ने इसे अपने घर ले जाने की प्रयास कर रहे थे, लेकिन अन्‍य गांववालों को इन मूर्तियों के बारे में जानकारी मिल गई. इसके बाद पुरातत्व विभाग ने वहां पर पहुंचकर इसे अपने कब्जे में ले लिया.

इसके मिलने से लोगों में कई पुरानी वस्तुओं को पाने की आस बढ़ गई है. इसे सहेजने वाले लोग उत्‍साहित हैं. इन मूर्तियों को जमीन से करीब 300 मीटर की गहराई से निकाला गया है.

बताया जा रहा है कि यह मूर्ति नेपाल की सबसे पुरानी मूर्तियों में से एक है. इन मूर्तियों को देखने के लिए बड़ी संख्‍या में लोगों का तांता लगा हुआ है. सोशल मीडिया पर भी इनकी तस्‍वीरों को जमकर शेयर किया जा रहा है.

नेपाल (Nepal) के धुलीखेल क्षेत्र में तीन हजार वर्ष पुरानी किराट देवी की मूर्तियों के अवशेष मिले हैं. पुरात्तव विभाग का बोलना है कि ये करीब 3800 वर्ष पुरानी मूर्तियां हैं.