LED एक तरफ लोगों को पहुंची रही फायदा, तो दूसरी तरफ पहुंचाने में लगी नुकसान!

तकनीक जहां एक तरफ लोगों को फायदा पहुंची रही है, वहीं दूसरी तरफ तकनीक नुकसान भी पहुंचाने में लगी है। बात चाहे मोबाइल की हो या ऊर्जा और बिल की बचत के लिए हमारे घरों में लगाई गई एलईडी (LED) की हो, ये सभी चीजें हमारी आंखों (Eyes) के लिए बेहद खतरनाक साबित हो सकती हैं। फ्रांस की सरकारी स्वास्थ्य निगरानी संस्थान की हालिया रिपोर्ट में साफतौर पर इसका जिक्र किया गया है कि घरों में इस्‍तेमाल की जाने वाली लाइट एमिटिंग डायोड (LED) की रोशनी (Light) हमारी आंखों (Eyes) के रेटीना (Retina Cells) को नुकसान पहुंचा सकती है। ANSES की 400 पेज की रिपोर्ट में एलईडी लाइट्स (LED Light) से होने वाले नुकसान की तरफ इशारा किया गया है।

हालांकि आपको यहां पर ये भी बता दें कि एलईडी (LED) से होने वाले नुकसान को लेकर कई देशों ने पहले ही आशंका जाहिर कर दी थी, लेकिन ताजा रिपोर्ट में इसको विस्‍तार दिया गया है। इस रिपोर्ट के मुताबिक एलईडी लाइट (LED Light)  की नीली रोशनी से आंख (Eyesight) के रेटिना को इतना नुकसान पहुंचा सकती है कि इलाज से भी वह ठीक नहीं की जा सकती हैं। इसके साथ ही नीली रोशनी वाली एलईडी प्राकृतिक रूप से आने वाली नींद पर भी खराब असर डाल रही है।

वहीं, भारत के लिए यह रिपोर्ट के इस लिहाज से भी बेहद खास है, क्योंकि इस वर्ष भारत दुनिया में एलईडी (LED) का सबसे अधिक उपयोग करने वाला देश बन जाएगा। आपको यहां पर ये भी बताना जरूरी होगा कि भारत सरकार ने घरों में एलईडी (LED) के इस्तेमाल और इनकी बिक्री को लेकर पूरा खाका तैयार किया है। इसके तहत देशभर के 54,500 पेट्रोल पंपों पर भी इसकी बिक्री की जाएगी। सरकार का कहना है कि एलईडी (LED) के इस्तेमाल से 40 हजार करोड़ रुपये की बचत होगी। एडईडी लाइट्स (LED Light) के इस्तेमाल भारत के शहरों और कस्बों में काफी दिनों से हो रहा है।