कोरोना पॉजिटिव की लाश छोड़कर भागे तहसीलदार, 15 मिनट के भीतर हुआ ऐसा…

चिता में आग लगाने के 15 बाद भी सभी चले गए. जबकि लकडिय़ों में ठीक से आग नहीं लग पाई थी. ऐसे में शव पूरी तरह जल नहीं पाया. आसपास रहने वालों को इस बात का पता चला तो हड़कंप मच गया.

 

लोग शव से कोरोना वायरस फैलने की आशंका से डर गए. उन्होंने वार्ड पार्षद मोतीलाल गंगवानी से शिकायत की. इसके बाद मुक्तिधाम के बाहर भीड़ लग गई. शाम होने तक शव नहीं जल पाया.

कोरोना पॉजिटिव कैदी की शुक्रवार को संभागीय कोविड हॉस्पिटल में मौत हुई थी. शनिवार 1 अगस्त को उसके अंतिम संस्कार की जिम्मेदारी बिलासपुर तहसीलदार राजकुमार साहू को दी गई.

वे दोपहर करीब तीन बजे अपनी टीम व मृतक के परिजन के साथ शव लेकर तोरवा मुक्तिधाम पहुंचे. वहां आनन-फानन में शव को जलाने की तैयारी की गई.

लकडिय़ों में ठीक से आग नहीं लगने के कारण शव पूरी तरह नहीं जल पाया. इस बात की जानकारी होने पर आसपास के रहवासी दहशत में आ गए. कोरोना फैलने की आशंका से भीड़ मुक्तिधाम पहुंच गई. देर रात तक हंगामा चलता रहा. इसके बाद प्रशासन ने कर्मचारियों को भेजकर शव को डिस्पोज कराया.

कोरोना संक्रमित 85 वर्षीय कैदी की मौत के बाद तोरवा मुक्तिधाम में जिला प्रशासन की देखरेख में शव को अंतिम संस्कार के लिए लाया गया. चिता में आग लगाने के 15 मिनट के भीतर तहसीलदार वहां से चले गए.