केरल में तेजी से बढ़ रहा कोरोना का कहर, बनी गंभीर स्थिति

मुख्यमंत्री ने आगे कहा हमने महामारी के खिलाफ चल रही लड़ाई पर बातचीत करने के लिए विभिन्न विभागों के प्रमुखों के साथ बैठक भी की. विजयन ने कहा कि पहली लहर के दौरान राज्य ने मरीजों को ट्रेस करने और उन्हें आइसोलेट करने में संपूर्ण योगदान दिया था. लेकिन दूसरी वेव में सुविधाओं के अभाव के कारण ये संभव नहीं हो पाया है.

वहीं सीएम पिनराई विजयन ने वर्चुअल मीटिंग के जरिए मीडिया को संबोधित करते हुए कहा,’ कोरोना की दूसरी लहर वास्तव में चुनौतीपूर्ण थी और सरकार लोगों की जान बचाने के लिए हर संभव कोशिश करेगी.’

दूसरी लहर के दौरान स्थिति वास्तव में कठिन है हालांकि हम खुराक की कमी का सामना कर रहे हैं लेकिन हमने 45 साल से कम उम्र के लोगों को टीका लगाना शुरू कर दिया है. सरकार ऑक्सीजन की स्थिति और अस्पताल के बेड की उपलब्धता पर कड़ी नजर रख रही है.

केरल में शनिवार को कोविड-19 के 41,971 नए मामले आए, जिससे राज्य में संक्रमण के कुल मामले बढ़कर 18,66,827 हो गए, जबकि महामारी से 64 और मौतें होने से मृतकों की संख्या बढ़कर 5746 हो गई. राज्य सरकार ने कहा कि प्रदेश में उपचाराधीन मरीजों की संख्या अब 4.17 लाख हो गई है. जिसके बाद पॉजिटिविटी रेट (TPR) 28.25 % तक पहुंच गया.

केरल (Kerala) के सीएम (CM) पिनराई विजयन ने कहा केरल में कोविड की स्थिति गंभीर हो गई है. (टीपीआर रेट ) पॉजिटिविटी रेट 28.25% तक पहुंच गया है. कोरोना के बढ़ते मामलों को देखते हुए राज्य में 8 मई से लेकर 16 मई तक फुल लॉकडाउन लगाने का ऐलान किया है.

कोरोना वायरस का बढ़ता संक्रमण अब दक्षिण प्रदेश में तेजी से फैलने लगा है. इसे देखते हुए केरल सरकार ने प्रदेश में लॉकडाउन लगाने का ऐलान किया है.

केरल में बुधवार को कोविड-19 के 41,953 नए मामले आए थे जो एक दिन में सर्वाधिक है. बताया जा रहा है इसके बाद केरल में 8 दिन के लॉकडाउन की घोषणा की गई थी.