अभी – अभी ममता बनर्जी ने दिया ये बड़ा बयान, 72 घंटों तक लगी रोक

जिस जगह यह घटना हुई थी वहां तृणमूल कांग्रेस के झंडों में लिपटे शवों पर पुष्पचक्र चढ़ाए जाने के बाद शवों को दफना दिया गया। दूसरी तरफ अमित शाह ने आरोप लगाया कि बनर्जी द्वारा लोगों को केंद्रीय बलों का घेराव करने के लिये कहे जाने के बाद भड़के लोगों ने सीआईएसएफ कर्मियों पर हमला किया जिसकी वजह से लोगों की जान गई। उन्होंने तृणमूल कांग्रेस प्रमुख पर मौत के मामले में भी तुष्टिकरण की राजनीति करने का आरोप लगाया।

वीडियो कॉल के दौरान व्यक्ति यह कहता सुनाई दिया कि जवानों ने मतदाताओं पर गोलियां चलाई थीं। पुलिस ने कहा था कि कूच बिहार जिले में शनिवार को स्थानीय लोगों द्वारा कथित तौर पर हमला किए जाने के बाद केंद्रीय औद्योगिक सुरक्षा बल (सीआईएसएफ) ने गोलीबारी की, जिसमें चार लोगों की मौत हो गई। ऐसा कहा जा रहा है कि स्थानीय लोगों ने सीआईएसएफ जवानों की ”राइफलों को छीनने की कोशिश कीं”।

ममता बनर्जी ने भाजपा के नेतृत्व वाली केंद्र सरकार पर निशाना साधते हुए कहा, ”सीतलकूची में नरसंहार हुआ। मैं 14 अप्रैल तक सीतलकूची जाना चाहूंगी। आयोग कूच बिहार में प्रवेश को प्रतिबंधित करके तथ्यों को दबाने की कोशिश कर रहा है।

हमारे पास एक अक्षम (केंद्रीय) गृह मंत्री और अक्षम केंद्र सरकार है।” उन्होंने सीतलकूची में मारे गए एक व्यक्ति के भाई से संवाददाता सम्मेलन के बीच में वीडियो कॉल पर बात भी की और शोक संतप्त परिवार को सभी प्रकार की मदद मुहैया कराने का आश्वासन दिया।

कूच बिहार जिले के सीतलकूची में सीआईएसएफ की कथित गोलीबारी में चार लोगों की मौत ने पश्चिम बंगाल में सियासी तूफान खड़ा कर दिया है, जहां मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने रविवार को इसे “नरसंहार” करार दिया तो वहीं केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने उन्हें शवों पर “तुष्टिकरण की राजनीति” करने को लेकर चेतावनी दी।

तृणमूल कांग्रेस की सुप्रीमो ने कूच बिहार में नेताओं के प्रवेश पर निर्वाचन आयोग द्वारा लगाई गई 72 घंटों की पाबंदी पर नाराजगी जताते हुए कहा कि ऐसा “तथ्यों को दबाने के लिये” किया गया है।