जम्मू – कश्मीर : रिहा होते ही फारूक अब्दुल्ला ने किया ये काम, देख नेताओ के उड़े होश

नजरबंदी को शुक्रवार को समाप्त करने का निर्णय लिया गया था। इसके फैसले के बाद से ही सियासी माहौल गरमा रहा है। उनकी रिहाई पर ममता बनर्जी से लेकर दूसरे नेताओं का बयान आ चुका है।

 

वहीं अब कांग्रेस नेता शत्रुघ्न सिन्हा ने भी फारूक अब्दुल्ला के रिहा होते ही अपनी चुप्पी तोड़ दी है। उन्होंने अपने आधिकारिक ट्विटर अकाउंट से बयान दिया है।

फारूक अब्दुल्ला जम्मू कश्मीर के पूर्व सीएम रह चुके हैं और बड़े नेता हैं। उनको सरकार ने अनुच्छेद 370 हटाने के बाद ही नजरबंद कर दिया था।

छह महीने से नजरबंद चल रहे फारूक शुक्रवार को रिहा कर दिए गए। शनिवार को वो अपने बेटे उमर अब्दुल्ला से मिलने पहुंचे। हालांकि उमर अब भी नजरबंद हैं। अपने बेटे से मिलकर फारूक अब्दुल्ला भावुक हो गए।

फारूक अब्दुल्ला के रिहा होते ही कांग्रेस नेता शत्रुघ्न सिन्हा ने ट्विटर पर अपनी चुप्पी तोड़ दी। उन्होंने कहा कि नरेंद्र मोदी और अमित शााह के इस फैसले का वो तहे दिल से स्वागत करते हैं।

उन्होंने कहा कि ये सही और उचित फैसला है। शत्रुघ्न सिन्हा ने फारूक को कश्मीर और देश का हीरो बताते हुए कहा कि उनकी रिहाई में देरी जरूर हुई है।

फारूक अब्‍दुल्‍ला (1937-) जम्मू और कश्मीर के मुख्यमंत्री तीन विभिन्न अवसरों पर रहे। सबसे पहले 1982-1984 तक, दूसरी बार 1986-1990 तक और तीसरी बार 1996-2002 तक।

वह सबसे पहले मुख्य मन्त्री अपने पिता की मृत्यु पर बने।जम्मू कश्मीर में करीब छह महीनों से नजरबंद चल रहे पूर्व मुख्यमंत्री फारूक अब्दुल्ला को सरकार ने रिहा करने का बड़ा फैसला कर लिया था।