आईपीएल के 14वें सीजन में चेन्नई सुपर किंग्स महेन्द्र सिंह धोनी की कप्तानी में एक बार फिर से शहंशाह साबित हुई। फाइनल मैच में कोलकाता नाइट राईडर्स को सीएसके ने 27 रनों से हरा दिया और चौथी बार चैंपियन बनने का कारनामा किया। वहीं केकेआर का तीसरी बार खिताब जीतने का सपना टूट गया।
आईपीएल के इतिहास में साल 2012 और 2014 में खिताब जीतने वाली कोलकाता नाइट राईडर्स की टीम ने यहां इस सीजन में 7 साल के बाद फाइनल में जगह बनाने में सफलता हासिल की। कोलकाता नाइट राईडर्स ने इस सीजन में बेहतरीन प्रदर्शन कर फाइनल तक का सफर तय किया। जिसके बाद चेन्नई सुपर किंग्स के सामने केकेआर को एक मजबूत चुनौती के रूप में देखा जा रहा था।
कोलकाता नाइट राईडर्स की टीम ने शुक्रवार को खेले गए फाइनल मैच में चेन्नई सुपर किंग्स को टॉस जीतने के बाद बल्लेबाजी के लिए आमंत्रित किया। यहां जिस अंदाज में केकेआर ने पिछले कुछ मैचों में लक्ष्य का पीछा किया उससे उन्हें कमतर नहीं माना जा रहा था।
केकेआर की मजबूत गेंदबाजी के सामने दुबई की आसान पिच पर भी चेन्नई सुपर किंग्स के बल्लेबाजों के लिए बड़ा स्कोर बनाना इतना आसान नहीं होने वाला था। लेकिन चेन्नई सुपर किंग्स ने यहां 20 ओवर में 3 विकेट पर 192 रन का स्कोर खड़ा कर दिया।
सीएसके के इस बड़े स्कोर को शायद ही बना पाता, लेकिन केकेआर से एक ऐसी चूक हो गई। जिससे चेन्नई सुपर किंग्स ने विशाल स्कोर खड़ा कर आसानी से मैच को जीतने में कामयाबी हासिल की।
चेन्नई सुपर किंग्स टॉस हारने के बाद जब बल्लेबाजी के लिए उतरी तो केकेआर के विकेटकीपर दिनेश कार्तिक ने तीसरे ही ओवर में बड़ी गलती कर डाली। कार्तिक ने शाकीब की गेंद पर फाफ डू प्लेसिस का आसान स्टंप गंवा दिया। जब फाफ 2 रन पर बल्लेबाजी कर रहे थे।
इसके बाद तो डू प्लेसिस ने पूरी पारी के दौरान कोई मौका नहीं दिया और 59 गेंद में 86 रनों की पारी खेल डाली। जिससे सीएसके ने 192 रनों का स्कोर खड़ा कर दिया। अगर कार्तिक ये गलती ना करते तो स्थिति कुछ और हो सकती थी।