चीन के बजाए इस देश से हो सकता अमेरिका का युद्ध , चुप नहीं बैठेगा ये देश…करेगा …

तुर्की के पास रूस के खरीदा एस 400 डिफेन्स सिस्टम हैं तो वहीं अमेरिका से खरीदा एफ-16 फाइटर जेट भी है। तुर्की फ़ोर्स ने अमेरिकी लड़ाकू विमान में कुछ बदलाव करते हुए इसे एफ 16एस नाम दिया है।

 

हालाँकि हाल के कई दिनों में दोनों देशों के बीच रिश्ते ठीक नहीं चल रहे। ऐसे में तुर्की ने अमेरिका के खिलाफ रूसी हथियारों का इस्तेमाल करना शुरू कर दिया है।

दरअसल, अमेरिका में दो सांसदों ने यूएस के विदेश मंत्री माइक पोम्पियो को पत्र लिख कर मांग की है कि तुर्की पर प्रतिबन्ध लगा दिया जाएँ। उन्होंने पत्र के में लिखा कि तुर्की ने रूस से खरीदे गए S-400 एंटी-एयरक्राफ्ट सिस्टम के रडार को एक्टिव किया है।

इस रडार के जरिए तुर्की एफ-16 जहाजों को ट्रैक करने की कोशिश कर रहा है। बता दें कि एफ 16 लड़ाकू विमान नाटो के यूनुमिया मिलिट्री एक्सरसाइड में शामिल फ्रांस, इटली, ग्रीस और साइप्रस के हैं।

ईरान के बाद अमेरिका और तुर्की के बीच का तनाव भी गर्माता जा रहा है, वहीं दोनों देशों के बीच रूस की एंट्री होने से मामला और गंभीर हो गया। रिपोर्ट्स के मुताबिक, तुर्की की सेना रूस के एस 400 डिफेंस सिस्टम का इस्तेमाल अमेरिका के खिलाफ कर रही है।

रूसी डिफेंस सिस्टम को एक्टीवेट कर टर्किश फ़ोर्स एफ 16 फाइटर जेट का पता लगाने में जुटी है। ऐसे में अब अमेरिका के दो सीनेटरों ने इस पर नाराजगी जताते हुए तुर्की पर प्रतिबंध लगाने की मांग की है।