भारत को राफेल लड़ाकू विमान मिलने के बाद, चीन और पाकिस्तान पर भारत की बादशाहत

भारत (India) को अगले साल मिलने वाले 4 राफेल लड़ाकू विमान (Rafale Fighter Aircraft) दुश्मनों के लिए और भी ज्यादा खतरनाक साबित होंगे. फ्रांस (France) से मिलने वाले इन राफेल विमान में मिटिऑर मिसाइलें लगाई जाएंगी. इन मिसाइलों की खास बात ये है कि ये मिसाइलें 120 से 150 किलोमीटर की दूरी तक बिल्कुल सटीक लक्ष्य भेद सकती हैं. इन मिसाइलों की बेहतरीन मारक क्षमता के कारण ही इन्हें ‘नो स्केप’ मिसाइल भी कहा जाता है.


राफेल में जिस तरह की मिटिऑर मिसाइलों का इस्तेमाल किया जा रहा है, उससे पाकिस्तान और चीन घबरा गए हैं. भारत को राफेल लड़ाकू विमान मिलने के बाद हवाई हमले में चीन और पाकिस्तान पर भारत की बादशाहत रहेगी. बताया जा रहा है कि राफेल लड़ाकू विमान पाकिस्तान के एफ-16 को चंद मिनटों में नेस्तनाबूद कर सकता है.

बताया जाता है कि फ्रांस से मिलने वाले राफेल में जिन मिटिऑर मिसाइलों का इस्तेमाल किया गया है वह पाकिस्तान की AIM-120C से काफी बेहतर हैं. AIM-120C की मारक क्षमता 100 किलोमीटर दूरी तक लक्ष्य भेदने की है. बताया जाता है कि बालाकोट एयरस्ट्राइक के बाद भारतीय सीमा में पाकिस्तान का जो एफ-16 जेट दाखिल हुआ था, उसमें भी यही मिसाइलें लगी थीं.

मिटिऑर मिसाइलों को BVR यानी बियॉन्ड विजुअल रेंड मिसाइल भी कहा जाता है. फ्रांस से मिलने वाले ये राफेल जेट विमान पहले 2020 के अंत तक आने वाले थे लेकिन अब यह मई 2020 तक भारत को सौंप दिए जाएंगे. बताया जा रहा है कि ये बियॉन्ड विजुअल रेंज एयर-टू-एयर मिसाइल पहले से ज्यादा सटीक निशाना लगा सकती है. इसे अब तक की सबसे आधुनिक और मारक मिसाइलों में से एक माना जा रहा है.