कोरोना वायरस के चलते भारत ने नेपाल की मदद, भेजा 23 टन…

नेपाल में कोरोना का जो सबसे पहला मामला सामने आया था, वो 81 साल की एक महिला का था। ये संक्रमित महिला ब्रिटेन से लौटी थीं।

उनका 58 साल का बेटा भी कोरोना संक्रमित मिला था। हालांकि ये दोनों इलाज के बाद ठीक होकर 23 अप्रैल को अपने घर लौट गए।

फिलहाल कोरोना संक्रमण के सबसे ज़्यादा मामले पूर्वी नेपाल के उदयपुर जिले में सामने आए हैं। नेपाल स्वास्थ्य मंत्रालय के मुताबिक उदयपुर में 28 कोरोना संक्रमित पाए गए हैं। इनमें कई भारतीय नागरिक हैं। इनमें से कई लोग मस्जिद में रह रहे थे।

पिछले सप्ताह उदयपुर जिले में 12 से ज़्यादा भारतीय नागरिक कोरोना पॉजिटिव पाये गये थे। इनके संपर्क में आए कुछ अन्य भारतीय और नेपाली लोग बाद में कोरोना से संक्रमित निकले।

इससे पहले परसा जिले के बीरगंज में भी तीन भारतीय नागरिक कोरोना पॉजिटिव मिले थे। ये लोग भी मस्जिद में रह रहे थे और धार्मिक आयोजन में हिस्सा लेने के लिए नेपाल आए थे।

कोरोना से जंग लडऩा आसान नहीं है, खासकर उन देशों के लिए जहां स्वास्थ्य सेवाएं अच्छी स्थिति में नहीं है।

नेपाल के सामने वो लोग चुनौती बने हुए हैं जो भारत-नेपाल की सीमाओं से नेपाल में ऐसे ही घुस आए और वे लोग क्वारंटाइन में भी नहीं रहे है।

लॉकडाउन के बावजूद पिछले महीने नेपाल में कुछ ऐसे लोगों ने प्रवेश किया जो पहले से कोरोना से संक्रमित थे। उनमें से कई लोग ग्रामीण इलाकों में स्थित अपने घर चले गए थे। इसलिए उनकी ट्रैकिंग और ट्रेसिंग करना सरकार के लिए चुनौती बन गया है।

नेपाल में साढ़े 12 हजार से अधिक लोगों को क्वारंटाइन में रखा गया है। वहीं कोरोना के 89 संदिग्धों को आइसोलेशन में रखा गया है।

नेपाल सरकार उन सभी लोगों के टेस्ट कर रही है, जो भारत और दूसरे देशों से लौटे हैं। साथ ही इन लोगों के संपर्क में आए लोगों की भी टेस्टिंग की जा रही है।

किसी भी अन्य देश की तरह ही नेपाल के सामने भी कोविड-19 एक चुनौती की तरह खड़ा है। इस चुनौती से निपटने और कोरोना संक्रमण के मामलों को बढ़ने से रोकने के लिए प्रधानमंत्री केपी शर्मा ओली ने पूरे नेपाल में लॉकडाउन कर रखा है। यह लॉकडाउन कब खत्म होगा इसकी कोई तारीख तय नहीं है।

नेपाल में लॉकडाउन भारत में लॉकडाउन से एक दिन पहले ही घोषित किया गया था। अपने पड़ोसी भारत में लगातार बढ़ते मामलों के देखते हुए नेपाल और चौकसी बरत रहा है। नेपाल ने अपने सभी अंतरराष्ट्रीय सीमाओं को भी सील कर दिया गया है। हवाइअड्डे भी बंद हैं।

बीते दिनों भारत ने कोरोना महामारी के बीच नेपाल को 23 टन जरूरी दवाइयां भेजी हैं। इस मदद के लिए नेपाल के प्रधानमंत्री केपी शर्मा ओली ने भारत के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को शुक्रिया कहा है।

जवाब में पीएम मोदी ने कहा कि भारत-नेपाल के बीच खास रिश्ता है और भारत कोविड-19 की लड़ाई में नेपाल के साथ खड़ा है।भारत ने जो दवाइयां भेजी उनमें 3.2 लाख पैरासिटामोल और 2.5 लाख हाइड्रोक्लोरोक्वीन की डोज शामिल है।