इस देश में हर साल कब्रों से निकाली जाती हैं लाशें, वजह जानकर लोग हुए हैरान

जनजाति के लोगों का मनना है कि ऐसा करने से उनके पूर्वजों की आत्माएं उनको आशिर्वाद देती है। जानकारों के अनुसार माने तो इस त्योहार की शुरआत किसी के मरने के बाद ही हो जाती है। इसके चलते दफनाने के बजाय उनको पूरे गांव में नए कपड़े पहनाकर घुमाया जाता है।

 

इस त्योहार के दौरान परिजन बैल और भैंसें जैसे जानवरों को मारते हैं और उनके सींगों से मृतक का घर सजाते हैं। मान्यता है कि जिसके घर पर जितनी सींगें लगी होंगी, अगली यात्रा में उसे उतना ही सम्मान मिलेगा। अगर यहां पर किसी बच्चे की मौत हो जाती है तो उसको पैड की दरारो में सुरक्षित रख दिया जाता है।

क्योंकि यहां पर एक त्योहार मनाया जाता है जो बेहद ही अलग होता है। यहां पर इस त्योहार 100 सालों से मनाया जा रहा है। हैरान कर देने वाली बात है कि यहां पर अपने परिजनों के शव को कब्रों से निकालकर उनको तैयार किया जाता है और उनको पूरे गांव में घुमाया जाता है। 100 साल से लोगों ने इस प्रथा को त्योहार का रूप दे दिया है।

आज हम भी आपको एक ऐसी ही जगह के बारे में बताने जा रहे है जो बहुत ही अलग और अजीब है और यहां के त्योहार और परंपराओं के बारे में जानकर आप यकीन नहीं कर पाएंगे। आपकी जानकारी के लिए बता दें कि हम बात कर रहे है टोराजन जनजाति की जो इंडोनेशिया की एक खास जनजाति मानी जाती है।

हमारी दुनिया बहुत बड़ी है और इस दुनिया में कुछ ऐसी जगहें भी है जिनके बारे में आज से पहले ना सुना ही होगा और ना पढ़ा होगा। ये जगहें दुनिया की बहुत ही अलग और अजीब होती है जिनके बारे में जानने के बाद भी उन पर विश्वास करना आसान नहीं होता है।