कोरोना महामारी के बीच इस देश के हाथ लगा ये बड़ा खजाना, रातो – रात हुआ मालामाल

वेनेजुएला के बाद सऊदी अरब के पास सबसे ज्यादा प्रामाणिक तेल भंडार हैं. दुनिया भर के भंडार में सऊदी की हिस्सेदारी 17.2 फीसदी है. हालांकि, सऊदी के पास तेल के मुकाबले गैस भंडार कम हैं और वैश्विक गैस भंडार में उसकी हिस्सेदारी सिर्फ 3 फीसदी ही है.

सऊदी अरामको दुनिया की सबसे बड़ी तेल कंपनी है और दुनिया में रोजाना तेल उत्पादन के मामले में सबसे आगे है. इसका सबसे बड़ा बाजार एशिया है जहां कोरोना वायरस महामारी से पहले इसका 70 फीसदी निर्यात होता था

अरामको गैस और ऑय फील्ड में मिलने वाले तेल, गैस और कंडेंसेट की गुणवत्ता की जांच करना शुरू करेगी. प्रिंस अब्दुल अजीज ने बताया कि तेल और गैस भंडार के इलाके और आकार का सटीक पता लगाने के लिए और कुएं खोदे जाएंगे. प्रिंस ने देश को समृद्धि देने के लिए खुदा का शुक्रिया अदा किया.

वहीं, अबरक अल-तुलूल से हर दिन करीब 3,189 बैरल अरब सुपर लाइट क्रूड निकल सकता है. साथ ही 1.1 मीलियन क्यूबिक फीट गैस निकल सकती है.

अल-जउफ इलाके में स्थित गैस भंडार को हदबत अल-हजरा गैस फील्ड और उत्तरी सीमाई इलाके के तेल भंडार को अबराक अल तालूल का नाम दिया गया है.

प्रिंस अब्दुल अजीज ने प्रेस एजेंसी एसपीए से बातचीत में बताया कि हदबत अल-हजरा फील्ड के अल सरारा रिजरवायर से 16 मिलियन क्यूबिक फीट प्रतिदिन की दर से प्राकृतिक गैस निकली है और इसके साथ 1944 बैरल कंडेनसेट्स भी निकला है.  .

कोरोना वायरस की महामारी के बीच सऊदी अरब को एक बड़ा खजाना हाथ लगा है. सऊदी अरब की सरकारी तेल कंपनी सऊदी अरामको ने किंगडम के उत्तरी हिस्से में दो नए तेल और गैस भंडार खोजे हैं. सऊदी के ऊर्जा मंत्री प्रिंस अब्दुल अजीज ने आधिकारिक प्रेस एजेंसी (एसपीए) के जरिए रविवार को ये जानकारी दी.