भारत से तनाव के बीच चीन ने अपनी फौज में शामिल किया इन्हें, बैठाया यहाँ…40-45 नहीं बल्कि…

इस रिपोर्ट में कहा गया है कि नवंबर 2012 में शी जिनपिंग के चीनी कम्युनिस्ट पार्टी का महासचिव बनने के बाद से भारत से लगी सीमा पर चीनी सैनिकों की आक्रामकता बढ़ी है। जिनपिंग चीनी कम्युनिस्ट पार्टी के सेंट्रल मिलिट्री कमीशन के अध्यक्ष और पार्टी महासचिव भी हैं.

रिपोर्ट में चेतावनी देते हुए कहा गया है कि चीन अपनी विफलताओं से और ज्यादा क्रोधित है। ऐसे में इसके दूरगामी परिणाम निकल सकते हैं। इस हार से बौखलाए राष्ट्रपति जिनपिंग अपनी फौज में विरोधियों को बाहर करने और अपने वफादारों को बड़े पदों पर बैठा सकते हैं।

जिनपिंग इस हार से भारत के खिलाफ बड़े कदम उठाने के लिए भी उत्तेजित हैं। ऐसे में आने वाले दिनों में सीमा पर तनाव और बढ़ सकता है।

भारत और चीन के बीच सीमा विवाद को लेकर झड़प हुई थी। जिसमें भारत व चीन दोनो देशों के सैनिक मारे गये थे। लेकिन उस समय चीन बेहद ही शातिराना तरीके से अपने सैनिको की मौत की बात को झूठा बताया था। मगर अब लद्दाख के गलवान घाटी में हुई झड़प को लेकर अमेरिकी अखबार न्यूजवीक ने बड़ा खुलासा किया है।

रिपोर्ट के अनुसार, भारतीय जवानों के साथ 15 जून को हुई झड़प में 40-45 नहीं बल्कि 60 चीनी सैनिकों की मौत हुई थी। इस रिपोर्ट में यह भी कहा गया है कि गलवान में हिंसा चीनी राष्ट्रपति शी जिनपिंग के इशारे पर हुई थी। जिसमें चीनी सेना पूरी तरह नाकाम रही।