चीन से तनाव के बीच लद्दाख बॉर्डर पर दिखा ये, सेना ने सभाला मोर्चा

इन कमियों के उजागर होने और रिपोर्ट जमा होने के बाद से ही सेना और सरकार की साझेदारी से इन कमियों को दूर कर लिया गया. हालांकि, ये भी तथ्य है कि चार महीनों तक इन कमियों का पता ना लगाया जा सका और अंत में इंटेलिजेंस एजेंसी के तेजी भरे एक्शन के बाद इन्हें दूर किया गया.

इस रिपोर्ट में जिन कमियों का जिक्र किया गया है, उनमें लद्दाख सीमा पर कई भारतीय पोस्ट का चीनी पोस्ट के मुकाबले कमजोर स्थिति में होना. हालांकि, ये सभी कमियां अस्थाई थीं लेकिन काफी गंभीर थीं. सूत्रों की मानें तो इनका कुछ संबंध सैनिकों के वहां पर रुकने और रहने से जुड़ा था.

कई इंटेलिजेंस एजेंसी के द्वारा दी गई रिपोर्ट के मुताबिक, लद्दाख में ग्राउंड ज़ीरो पर ऑपरेशनल और सामरिक तौर पर काफी कमियां थीं, जिन्हें ठीक करने के लिए तुरंत एक्शन की जरूरत थी. क्योंकि अगस्त के बाद से ही ये तय हो गया था कि यहां पर जवानों को लंबे वक्त तक रुकना पड़ सकता है.

सितंबर माह में सेना की ओर से रक्षा मंत्रालय और प्रधानमंत्री कार्यालय को इस बारे में विस्तृत रिपोर्ट साझा की गई. ये रिपोर्ट तब दी गई जब भारतीय सेना ने पैंगोंग लेक के नॉर्थ और साउथ इलाके में चीनी सेना का सामना किया था.

लद्दाख बॉर्डर पर भारत और चीन के बीच जारी तनाव को अब 6 महीने पूरे हो गए हैं. भारतीय सेना चीन का सामना करने के लिए पूरी तरह से डटी हुई है.

इस बीच एक रिपोर्ट में ये जानकारी मिली है कि इस दौरान सेना की ओर से लद्दाख में काफी कमियों और अन्य परेशानियों का सामना करना पड़ा. लेकिन इन सभी कमियों को सेना की ओर से वक्त रहते ही दूर किया गया.