तमिलनाडु में हुई मूसलाधार बारिश से लोगो का हुआ बुरा हाल , 68 लोगो की हुई मौत

तमिलनाडु में शुक्रवार को हुई मूसलाधार बारिश ने कस्बों को बर्बाद कर दिया है, गांव के गांव तबाह हो गए और पांच लोगों की मौत हो गई। इसके बाद राज्य में मरने वालों की संख्या 68 हो गई।

इसके अलावा अधिकारियों ने 2 दिसंबर तक दक्षिण भारत में और बारिश होने की चेतावनी भी दी है।1 नवंबर से अब तक पांच दक्षिणी राज्यों में 172 लोगों की मौत हो चुकी है। तमिलनाडु सबसे ज्यादा मौतें दर्ज की गई हैं, इसके बाद केरल में 48, आंध्र प्रदेश में 44 और कर्नाटक में 12 लोगों की मौत हुई है। हालांकि तेलंगावा में नवंबर में बारिश से संबंधित किसी भी मौत की सूचना नहीं है। तमिलनाडु में हालात इतने खराब हैं कि लोगों को खाना स्टॉक करके रखना पड़ रहा है। लोगों के घरों में पानी भर गया है जिससे जन-जीवन मुश्किल में पड़ गया है।

शुक्रवार की बारिश ने तमिलनाडु के दक्षिणी जिलों जैसे तिरुनेलवेली, थूथुकुडी, रामनाथपुरम, पुदुकोट्टई और नागपट्टिनम में जनजीवन अस्त-व्यस्त कर दिया। थूथुकुडी में पिछले 24 घंटों में 250 मिमी की अत्यधिक भारी वर्षा दर्ज की गई। थुथूकुडी के एक निवासी ने कहा “अत्तूर रोड पर पानी कूल्हे के लेवल तक है, जिसे अब बंद कर दिया गया है।” आंध्र प्रदेश में तिरुपति से भी भारी बारिश की सूचना है। बेंगलुरु और दक्षिणी कर्नाटक में मध्यम से भारी बारिश हुई।

शुक्रवार को, आईएमडी ने तमिलनाडु के पूरे तटीय क्षेत्र में 18 जिलों को रेड अलर्ट और तटीय क्षेत्रों से सटे जिलों के लिए ऑरेंज अलर्ट जारी किया। राज्य के 38 में से 37 जिलों में बारिश हुई और ज्यादातर जगहों पर स्कूल और कॉलेज बंद रहे।

राज्य के राजस्व और आपदा मंत्री केकेएसएसआर रामचंद्रन ने कहा कि पांच लोगों की मौत अरियालुर, डिंडीगुल, शिवगंगा और तिरुवनम्माली से हुई है। उन्होंने कहा कि 10,503 लोगों को सरकारी राहत शिविरों में पहुंचाया गया है।

राज्य भर में, लोगों ने भोजन का स्टॉक कर लिया, लेकिन रुके हुए पानी ने आम जीवन को अस्त-व्यस्त कर दिया। चेन्नई के वेस्ट माम्बलम निवासी एस बालू ने कहा, “हमने अभी-अभी अपना पूरा अपार्टमेंट साफ किया है और इसमें फिर से पानी भर गया है।”