चाइना ने अपने सैनिकों को सीमा पर…ट्रकों का किया प्रयोग

इस सीमा पर सेनाओं के बीच गोलीबारी का कोई अंदेशा नहीं है, लेकिन यहां अपनी मजबूती दिखाकर ही सेनाएं एक-दूसरे पर हावी होती हैं. यहां बहुत ज्यादा कुछ इस बात पर निर्भर करता है कि कौन सेना कितनी जल्दी अपने सैनिकों को यहां पहुंचा सकती है.

 

इस मुद्दे में चाइना को पिछले कई दशक में बनाए अपने इन्फ्रास्ट्रक्चर का लाभ मिला है. यही कारण है कि चाइना पूर्वी लद्दाख क्षेत्र में हिंदुस्तान की इन्फ्रास्ट्रक्चर परियोजनाओं का विरोध करता है. सीमा पर तनाव पैदा करना भी हिंदुस्तान पर दबाव बनाने की ही रणनीति है.

पिछले कुछ वर्षो में हिंदुस्तान ने अपने हिस्से में इन्फ्रा मजबूत करने पर जोर दिया है. चाइना की ओर से हिंदुस्तान से अपने विद्यार्थियों को वापस बुलाने के कदमों पर सूत्रों ने बोला कि इसका मौजूदा तनाव से कोई लेना-देना नहीं है.

विद्यार्थियों को वापस भेजने के लिए चाइना ने बहुत पहले ही अनुरोध कर दिया था. सूत्रों ने बोला कि हिंदुस्तान शांति का पक्षधर है, लेकिन अपनी सीमाओं की सुरक्षा के लिए प्रतिबद्ध है.

सूत्रों के मुताबिक, चूंकि विभिन्न समझौतों के तहत एलएसी पर दोनों पक्ष एक-दूसरे पर गोलियां नहीं चलाने को बाध्य हैं, ऐसे में सैनिकों की संख्या के जरिए ही एक-दूसरे को छोटा दिखाने की प्रयास होती रहती है.

जिस पक्ष के पास जितनी तेजी से सैनिकों को बॉर्डर पर लाने की क्षमता है, वो इस खेल में दूसरे पर बढ़त हासिल कर लेगा. चाइना इस माइंड गेम में हिंदुस्तान को आगे नहीं बढ़ने देना चाहता है. यही कारण है कि वह सीमाई इलाकों में हिंदुस्तान के आधारभूत ढांचों के निर्माण में दखलंदाजी करता रहता है.

लद्दाख में बनी विवाद की स्थिति के शुरुआती दौर में चाइना ने अपने सैनिकों को सीमा तक लाने के लिए बड़े-बड़े ट्रकों का प्रयोग किया था. सूत्रों से मिली जानकारी के मुताबिक इस कार्य में मिट्टी ढोने वाले ट्रक लगाए गए थे.

पूर्वी लद्दाख में एलएसी के पास हिंदुस्तान की तरफ से हो रहे निर्माण कार्यों पर वह लगातार असहमति जताता रहा है, लेकिन इन आपत्तियों को तवज्जो नहीं मिलता देख वह दबाव की रणनीति अपनाने लगा. इस रणनीति के तहत चाइना ने इलाके में विवादित स्थानों पर अपने सैनिक तैनात कर दिए.

इस कार्य में पिछले कई वर्षो में सीमाई क्षेत्रों में बनाई गई सड़कों का भी चाइना को लाभ मिला. इनकी मदद से चाइना अपने सैनिकों को तेजी से व कई ठिकानों पर पहुंचाने में पास रहा.