जापान में आया ये बड़ा संकट, लोग सोच समझकर कर रहे… बुरी तरह…

जापान में आर्थिक मोर्चे पर बढ़ती मुश्किलों को देखते हुए मई के अंत से लॉकडाउन हटाने की शुरुआत हो गई थी और इसी के साथ अर्थव्यवस्था दोबारा पटरी पर आनी शुरू हुई थी लेकिन कई विश्लेषकों का मानना है .

 

जुलाई-सितंबर तिमाही में जो भी बेहतरी होगी वो सीमित ही रहेगी क्योंकि संक्रमण के नए मामले सामने आने की वजह से लोग बहुत सोच समझकर ख़र्च कर रहे हैं.

जापान में ये लगातार तीसरी तिमाही थी जब अर्थव्यवस्था में गिरावट दर्ज की गई. अनुमान लगाया गया था कि जीडीपी 27.2 प्रतिशत तक सिकुड़ सकता है. सोमवार को सरकार ने इसका डेटा जारी किया और ये इससे ज्यादा ही था.

ब्रिटेन (UK) के बाद अब जापान (Japan) भी कोरोना संक्रमण (Coronavirus) के चलते बुरी तरह आर्थिक मंदी (Economic Recession) का शिकार हो गया है. जापान की अर्थव्यवस्था (Japan Economy) को इस वित्त वर्ष की दूसरी तिमाही में बड़ा झटका लगा है.

अप्रैल-जून तिमाही में जापान का जीडीपी वार्षिक दर के मुक़ाबले 27.8 प्रतिशत कम हुआ है. जापान में 1980 में डेटा मुहैया होने के बाद से ये जीडीपी में सबसे बड़ी गिरावट है. हालात ये हैं कि जापान में लोगों के पास महामारी की वजह से खर्च करने लायक आमदनी भी नहीं रह गयी है.