इराक में आया ये बड़ा संकट, सैंकड़ों लोगों को अस्पताल में कराया भर्ती…, आई 50 प्रतिशत की कमी…

पानी की कमी से बड़े पैमाने पर वन्य ज़िंदगी भी प्रभावित हुआ है। टाइग्रिस नदी जिसे दजला नदी भी कहते हैं, तुर्की के तोरोस पर्वतों के दक्षिणपूर्वी भाग से निकलकर दक्षिण-पूर्व इराक से होते हुए आगे निकल जाती है।

 

तुर्की नदी पर तेजी से बांध बना रहा है, जिसकी वजह से इराक को आवश्यकता के हिसाब से पर्याप्त पानी नहीं मिल पा रहा है। वहीं, ईरान द्वारा बनाये जा रहे डैम ने भी इराक की कठिनाई बढ़ा दी है।

इराक के जल मंत्री मेहदी कल हमदानी ने कहा, ‘तुर्की व ईरान नदी पर बांध बना रहे हैं। इसके अतिरिक्त भी उनकी कई परियोजनाएं चल रही हैं, जिसकी वजह से नदी के प्रवाह में 50 प्रतिशत की कमी आई है। पहले की तुलना में हमें बहुत ज्यादा कम पानी मिल रहा है’।

मुख्य रूप से यूफ्रेट्स व टाइग्रिस (Euphrates and the Tigris) नामक नदियां इराक की लाइफलाइन हैं, लेकिन अब दोनों नदियां सूखने लगी हैं।

मौसम की मार व तुर्की से टकराव के चलते नदियों में पानी लगातार कम होता जा रहा है। हरे-भरे नजर आने वाले इलाके बंजर हो गए हैं व किसानों के लिए आजीविका चलाना भी कठिन होता जा रहा है।

गृहयुद्ध झेल चुका इराक (Iraq) गंभीर जल संकट का सामना कर रहा है। दशा ये हो चले हैं कि इराक के अधिकतर इलाकों में पीने के लिए शुद्ध पानी तक नहीं है।

स्थिति की गंभीर का अंदाजा इसी से लगाया जा सकता है कि 2018 में बसरा में सैंकड़ों लोगों को दूषित पानी पीने के चलते अस्पताल में भर्ती कराया गया था।