जिसके कारण फोन कनेक्टिविटी काफी खराब स्थिति में है। इसके अलावा दुर्गम्य क्षेत्र होने के कारण यहां बीएसएनएल सहित अन्य किसी भी कंपनी ने अपना मोबाइल टावर तक नहीं लगाया है।
पिथौरागढ़ के मजिस्ट्रेट विजय कुमार जोगदांडे का कहना है कि 49 ग्रामों में से 34 धारचूला तहसील और बाकी मुनस्यारी में स्थित हैं।
उन्होंने कहा कि 19 सैटेलाइट फोन शुक्रवार को ही धारचूला के ब्यास और दरमा इलाके के ग्राम प्रधानों को दिए गए हैं। अधिकारी के अनुसार, बाकी के बचे फोन भी जल्द ही दे दिए जाएंगे।
जोगदांडे ने बताया कि मुनस्यारी में 15 ग्राम प्रधानों को रविवार तक सैटालाइट फोन दे दिए जाएंगे। इसके साथ ही उन्होंने बताया कि फोन कॉल की कीमत प्रति मिनट 12 रुपये होगी।
इसके साथ ही एक एसएमएस का चार्ज भी 12 रुपये ही होगा। वहीं अंतरराष्ट्रीय फोन कॉल के लिए ग्रामीणों को 260 रुपये प्रति मिनट के हिसाब से देने होंगे। अंतरराष्ट्रीय नंबर पर एसएमएस करने की कीमत भी यही है।
जहां फोन की कनेक्टिविटी काफी खराब है। राज्य आपदा प्रतिक्रिया फोर्स (SDRF) ने ये फोन ग्रामीणों के इस्तेमाल के लिए जिला प्रशासन को सौंप दिए हैं। कई ग्रामीण ऐसे हैं.
उत्तराखंड के पिथौरागढ़ प्रशासन ने ये फैसला लिया है कि चीन और नेपाल सीमा से सटे इलाकों में रहने वाले 49 ग्राम प्रधानों को सैटेलाइट फोन दिए जाएंगे। ये वो इलाके हैं.
जो नेपाली सिम कार्ड पर निर्भर हैं। ऐसे में अब ये लोग इन सैटेलाइट फोन का इस्तेमाल कर सकेंगे। इन इलाकों में कोई भी टेलीकॉम कंपनी नहीं है.