गांधी अस्पताल के बाल रोग विशेषज्ञ डा. प्रताप रावत कहते हैं कि बच्चों को लेकर समय रहते कदम उठाने जरूरी हैं, नहीं तो स्थिति बिगड़ने में देर नहीं लगेगी। डॉ. रावत का कहना है .
अब घरों में एक साथ कई सदस्य संक्रमित हो जा रहे हैं, इसलिए बच्चे भी चपेट में आ रहे हैं। हालांकि, अच्छी बात है कि बच्चों में इसका सीरियस असर फिलहाल नहीं दिख रहा है।
बता दें कि बाल अधिकार एवं संरक्षण आयोग की अध्यक्ष उषा नेगी ने गुरुवार (13 मई) को कोरोना की तीसरी लहर से बच्चों के लिए की गई व्यवस्था को लेकर स्वास्थ्य विभाग के अधिकारियों की बैठक ली थी।
जिसमें पाया गया कि चार जिलों में 102 बच्चे संक्रमित हुए, इनमें से कईयों का स्वास्थ्य में सुधार आया है। रुद्रप्रयाग में एक नवजात समेत दो से 13 वर्ष के बीच 44 बच्चे संक्रमित हुए हैं। इसके अलावा हरिद्वार में 14, अल्मोड़ा में 4 और ऊधम सिंह नगर में 40 बच्चे संक्रमित हुए हैं।
कोरोना वायरस संक्रमण के बीते 24 घंटे के अंदर उत्तराखंड में 5 हजार 654 मामले सामने आए है। जबकि 197 मरीजों की कोरोना संक्रमण के चलते मौत हो गई है। तो वहीं, अब उत्तराखंड में 0 से 9 वर्ष कर बच्चे भी कोरोना वायरस से संक्रमित हो रहे हैं।
उत्तराखंड स्वास्थ्य विभाग के मुताबिक, 16 अप्रैल से 30 अप्रैल के बीच में 9 साल और इससे कम उम्र के 1,053 बच्चे संक्रमित हुए, जबकि एक से 14 मई के बीच 1,618 बच्चे भी इस महामारी में संक्रमित पाए गए।