हाल ही में पाकिस्तान के पीएम इमरान खान नियाजी हिंदुस्तान को बदनाम करने के चक्कर में खुद की फजीहत करवाने का कोई मौका नहीं छोड़ रहे।
वहीं बीते शुक्रवार यानी 3 जनवरी 2020 को इमरान खान ने बांग्लादेश का एक वीडियो शेयर किया व इसे हिंदुस्तान का बताया। जंहा इस वीडियो में पुलिस बल मुस्लिम युवकों की पिटाई करते हुए नज़र आ रहा है।
सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार वीडियो के साथ इमरान खान ने लिखा, ‘यूपी में मुसलमानों के खिलाफ भारतीय पुलिस का कहर। ‘ वहीं इस वीडियो में पुलिस को दंगा-रोधी गियर में प्रदर्शनकारियों को पीटते हुए दिखाया गया है। उनके इस ट्वीट के कुछ ही देर बाद लोगों ने इमरान खान को ट्रोल करना प्रारम्भ कर चुके है। ट्विटर पर फजीहत होती देख इमरान ने अपने ट्वीट को डिलीट कर लिया।
जानकारी के लिए हम आपकी जानकारी के लिए बताते चलें कि इमरान खान जिस वीडियो को यूपी में संशोधित नागरिकता कानून व नेशनल रजिस्टर ऑफ सिटिजन्स के विरुद्ध प्रदर्शन कर रहे लोगों पर पुलिस बर्बरता के सबूत के तौर बताने की प्रयास कर रहे थे, वास्तव में वह बांग्लादेश का एक पुराना वीडियो है। वीडियो में एक स्थान पुलिस की वर्दी व ढाल पर आरएबी लिखा हुआ दिख रहा है। आरएबी का मतलब रैपिड एक्शन बटालियन बांग्लादेश होता है, जो पुलिस का ही एक विंग है। वर्ष 2013 में बांग्लादेश पुलिस व धार्मिक कट्टरपंथियों के बीच हिंसक झड़प हुई थी, जिसका यह वीडियो है।
यह पहला मौका नहीं है जब पीएम खान ने सीएए को लेकर हुए विरोध प्रदर्शन पर इस तरह की अफ़वाह फैलाने की प्रयास की हो। उनके साथ ही पाक सेना के प्रवक्ता के ट्विटर हैंडल से भी लगातार सीएए से जुड़े विरोध प्रदर्शनों के फोटो शेयर किए जा रहे है।