Royal Enfield की बाइक खरीदने से पहले जानें ले ये बात , वरना हो जाएंगे परेशान

रॉयल एनफील्ड अपनी बाइक के साथ ग्राहकों को टूलकिट भी प्रदान कराती है, जिससे राइडर्स बाइक को कहीं भी ख़राब होने की स्थिति में खुद ठीक कर सकते हैं. कुछ साल पहले रॉयल एनफील्ड की बाइक्स को ठीक कराने के लिए एक उच्च मैकेनिक की जरूरत होती थी.

रॉयल एनफील्ड की बाइक्स का वजन अन्य बाइक्स के मुकाबले कहीं ज्यादा होता है. रॉयल एनफील्ड की सबसे हलकी बाइक बुलेट 350 है, जिसका वजन 186 किलोग्राम है. भारी वजन के चलते कुछ यूज़र्स के लिए रॉयल एनफील्ड की बाइक्स को चलना आसान नहीं होता.

रॉयल एनफील्ड की बाइक्स को स्पोर्ट्स की बजाय क्रूज़र बाइक के तौर पर जाना जाता है, जो लम्बी राइड्स के लिए बहुत उपयोगी साबित होती है. रॉयल एनफील्ड की बाइक्स लॉन्ग स्ट्रोक इंजन अपने लो-एंड टॉर्क के लिए जानी जाती हैं.

रॉयल एनफील्ड की बाइक्स ज्यादा पावर और टॉर्क जेनरेट नहीं कर पाती हैं, जिससे तेज़ स्पीड और एक्स्लेरेशन नहीं मिल पता है. रॉयल एनफील्ड की बाइक्स सामान्य तौर पर 70 से 80 किलोमीटर प्रतिघंटे की रफ़्तार से चलाने के लिए जानी जाती है.

रॉयल एनफील्ड की बाइक्स पहले आने वाली बाइक्स के मुकाबले अब कुछ ज्यादा मॉडर्न हो गई हैं. नए सुरक्षा मानकों के चलते रॉयल एनफील्ड की बाइक्स में अब एंटी-लॉक ब्रेकिंग सिस्टम दिया जाता है. बेहतर सुरक्षा के लिए बाइक्स फ्रंट और रियर टायर्स में अब ABS सिस्टम दिया जाता है. BS6 एमिशन नॉर्म्स के आने के बाद अब बाइक में कार्बोरेटर के बदले ईंधन इंजेक्शन तकनीक का इस्तेमाल किया जाता है.

भारतीय बाइक निर्माता कंपनी रॉयल एनफील्ड दुनिया में अपनी हैवी बाइक्स बनाने के लिए जानी जाती है. हमेशा बाइक खरीदने से पहले बाइक में बारे में अच्छे से जानकारी लेना बहुत जरूरी है.

इससे यह पता चल जाता है कि क्या आपके द्वारा ली गई बाइक आपकी जरूरतों को पूरा करती है कि नहीं. ऐसे में अगर आप रॉयल एनफील्ड कंपनी की बाइक खरीदने के बारे में सोच रहे हैं, तो इन 5 बातों में बारे में आपको जानने की जरुरत है.