मुस्लिमों ने बाबरी मस्जिद को लेकर कह दी ये बात, बोलें- ये नहीं तो…

आपको बता दें कि यह वही गांव है जहां राज्य सरकार ने सुन्नी वक्फ बोर्ड को मस्जिद बनाने के लिए 5 एकड़ जमीन आवंटित की है। वहीँ अभी तक हो सकता है .

 

सुन्नी वक्फ बोर्ड जमीन लेने या न लेने को लेकर असमंजस की स्थिति में हो लेकिन धन्नीपुर में मुस्लिम समुदाय मस्जिद निर्माण को लेकर जश्न मना रहा है।

गौरतलब है कि धन्नीपुर गांव में मस्जिद को लेकर मोहम्मद फहीम खान कहते हैं, ‘मुगल शासक बाबर भारतीय मुसलमानों की सच्ची नुमाइंदगी नहीं करता था।

हजरत निजामुद्दीन, ख्वाजा मोइनुद्दीन चिश्ती जैसे सूफी संत भारतीय मुसलमानों का असली प्रतिनिधित्व करते हैं और उलेमाओं ने भारत की आजादी में योगदान दिया है। हम चाहते हैं कि इस मस्जिद को अमन मस्जिद या शांति की मस्जिद कहा जाए।’

बाबरी मस्जिद को विध्वस करने के बाद इसको लेकर सालों विवाद चलता रहा है. आपको बता दें कि इसके बाद सुप्रीम कोर्ट ने इसपर फैसला देते हुए इसको राम मंदिर के सुपुर्द करने की बात कही.

आपको बता दें कि अयोध्या मूवमेंट जिस जगह पर हुआ था, उससे तकरीबन 24 किलोमीटर की दूरी पर धन्नीपुर गांव स्थित है।