लड़की पसंद आई तो बीहड़ के इनामी डकैत गुड्डा गुर्जर ने किया ऐसा, परिवार वाले हुए परेशान

सरकारें कितना भी दावा करें लेकिन बीहड़ में डाकू खत्म होने का नाम नहीं ले रहे हैं। अभी भी वहां छोटे-बड़े कई गैंग सक्रिय है जिनमें से एक गुड्डा गुर्जर का गैंग भी है। 70 हजार रुपए के इनामी गुड्डा गुर्जर को खोगांव की एक लड़की पसंद आ गई है जिससे वह शादी करना चाह रहा है।

जब उसके परिवार ने डाकू से शादी करने से मना कर दिया तो अब वह उसके चाचा को उठाकर ले गया है। उसकी शर्त है कि जब तक उसकी भतीजी से शादी नहीं हो जाती तब तक वह उसे नहीं छोड़ेगा। मामला मुरैना एएसपी तक पहुंच गया है।

ग्वालियर-चंबल संभाग का कुख्यात 70 हजार का इनामी डकैत गुड्डा गुर्जर अधेड़ उम्र का है। उसे इस उम्र में शादी की जिद्द सवार हुई है। उस पर 70 हजार रुपए का इनाम मुरैना पुलिस ने घोषित कर रखा है। लड़की के पिता मेहताब सिंह ने गुरुवार को एसपी ऑफिस पहुंचकर एडिशनल एसपी रायसिंह नरवरिया से अपने भाई व बेटी को बचाने की गुहार लगाई है।

बता दें कि गुड्डा गुर्जर इस समय ग्वालियर-चंबल संभाग का सबसे बड़ी राशि का इनामी डकैत है। इस पर हत्या, लूट व अपहरण सहित लगभग तीन दर्जन मामले विभिन्न पुलिस थानों में लंबित हैं। इसकी न केवल मुरैना बल्कि धौलपुर, भिण्ड, ग्वालियर तथा शिवपुरी पुलिस को तलाश है। इसकी उम्र 45 से 55 वर्ष बताई जा रही है।

डकैत गुड्डा गुर्जर खोगांव की एक लड़़की से शादी करना चाहता है। लड़की मुरैना जिले की खोगांव में रहने वाले मेहताब सिंह की बेटी है और गुड्डा ने लड़की के पिता से कहा कि वह उसकी शादी अपनी लड़की से करा दे। इस पर मेहताब सिंह तैयार नहीं हुआ। जब मेहताब सिंह शादी के लिए राजी नहीं हुआ तो डकैत गुड्डा गुर्जर ने उसके भाई पंजाब सिंह गुर्जर का 17 नवंबर को अपहरण कर लिया।

अपने भाई का अपहरण होने के बाद मेहताब सिंह पहाडगढ़ थाने पहुंचा और इस संबंध में अपनी रिपोर्ट दर्ज कराई। इसके बाद अगले दिन गुरुवार को आज वह पुलिस अधीक्षक मुरैना के कार्यालय पहुंचा। वहां उसने अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक रायसिंह नरवरिया से मिलकर उन्हें पूरी घटना बताई। अपने भाई पंजाब सिंह गुर्जर के गुड्डा गुर्जर द्वारा अपहरण कर लेने की शिकायत की।

मेहताब सिंह ने बताया है कि उसने गुड्डा गुर्जर को 12 नवंबर 2021 को रात 11 बजे पहाड़गढ़ के ईश्वर की सिरकाई जगह पर गिरोह के साथ देखा था। उसका आरोप है कि उसने इसकी सूचना पहाड़गढ़ थाना पुलिस को दी थी लेकिन पुलिस ने वहां जाकर दबिश नहीं दी।