चीन से बात करने को तैयार नहीं अमेरिका, कहा अब तो…

अमेरिका में तीन नवंबर को राष्ट्रपति चुनाव होने हैं दोनों उम्मीदवार वर्चुअल माध्यमों के जरिए धन जुटा रहे हैं. ट्रंप (73) राष्ट्रपति चुनावों में दोबारा निर्वाचित होने के लिए प्रयासरत हैं, जबकि पूर्व उपराष्ट्रपति बिडेन (77) डेमोक्रेटिक पार्टी के राष्ट्रपति पद के उम्मीदवार हैं.

 

व्हाइट हाउस के रोज गार्डन में प्रेस वालों से बातचीत में अमेरिकी राष्ट्रपति ट्रंप ने कहा कि, ‘नहीं, बिल्कुल भी नहीं. थोड़ा सा भी नहीं, मैं कोई दिलचस्पी नहीं रखता हूं.

ऐसा मैंने भी सुना है कि वह व्यापार समझौते पर फिर से चर्चा करना चाहते हैं.’ चीन को लेकर ट्रंप ने कहा कि चीन बीते कई दशकों से US का फायदा उठाता आया है क्योंकि पूर्व में उसे करने का अवसर दिया गया.

ट्रंप ने आगे कहा कि, ‘नहीं, मुझे इसमें कोई दिलचस्पी नहीं है. चलो देखते हैं कि क्या वे उस करार पर टिके रहते हैं, जिस पर उन्होंने दस्तखत किए थे?’

आपको बता दें कि अमेरिकी ट्रेजरी सचिव स्टीवन मेनुचिन ने 4 मई को चेतावनी देते हुए कहा था कि यदि चीन व्यापार समझौते का सम्मान नहीं करता है.

तो ग्लोबल इकॉनमी में इसके महत्वपूर्ण परिणाम होंगे कि लोग उनके साथ कैसे व्यापार करेंगे? ट्रंप ने पहले भी कहा था कि वह चीन के साथ व्यापार समझौते को ख़त्म कर देंगे, यदि वे देश में फैले कोरोना वायरस महामारी को देखते हुए इसके नियमों का सम्मान नहीं करते हैं.

कोरोना वायरस संकट के बीच अमेरिका में राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप  ने दोबारा चुने जाने के अपने अभियान के लिए अप्रैल में रिकॉर्ड 6.17 करोड़ डॉलर का चंदा जुटाया, जबकि उनके डेमोक्रेटिक प्रतिस्पर्धी जो बिडेन ने भी इस दौरान 6.05 करोड़ डॉलर जुटाने में कामयाबी हासिल की. कोरोना वायरस महामारी के चलते अमेरिकी अर्थव्यवस्था में ठहराव आ गया है 3.3 करोड़ से अधिक लोगों की नौकरी जा चुकी है.

चीन-अमेरिका के ट्रेड एग्रीमेंट पर अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप फिर से बातचीत के लिए राजी नहीं है. चीन के साथ व्यापार समझौते को लेकर ट्रंप ने अपनी प्रतिक्रिया एक प्रेस वार्ता के दौरान दी.

हांगकांग के साउथ चाइना मॉर्निंग पोस्ट की एक रिपोर्ट के अनुसार, ट्रंप से सवाल किया गया था कि यदि चीन व्यापार समझौते पर बातचीत फिर से करना चाहेगा? क्या आप इसमें रुचि रखते हैं?