दिल्ली में आई ये बड़ी आफत, खराब हुए हालात , चारो तरफ फैला…

सुप्रीम कोर्ट ने पिछले साल प्रदूषण को लेकर काफी सख्त निर्देश दिए थे, लेकिन सवाल ये है कि प्रदूषण को लेकर कानून के पास क्या उपाय हैं? क्या कानून के जरिए प्रदूषण पर लगाम लगाई जा सकती है? इस बारे में भारतीय कानून क्या कहता है?

रिसर्च के मुताबिक एक्ट के प्रावधान काफी पुराने पड़ गए हैं. 1987 और 2010 में कुछ संशोधन हुए थे, लेकिन ज्यादातर प्रावधान पुराने ही हैं. दो साल पहले केंद्र सरकार ने नेशनल क्लीन एयर प्रोग्राम की शुरुआत की थी. इस प्रोग्राम में 5 साल में वायु प्रदूषण को कम करने का लक्ष्य रखा गया था. इसमें पूरे देश में एयर क्वालिटी की जांच की जाएगी और लोगों को इस बारे में जागरूक किया जाएगा.

आपको बता दें कि पिछले साल भी इसी तरह की स्थिति का लोगों को सामना करना पड़ा था. उस वक्त सुप्रीम कोर्ट में प्रदूषण को लेकर सुनवाई हुई थी. सुप्रीम कोर्ट ने केंद्र और दिल्ली सरकार को झाड़ लगाते हुए कहा था .

‘प्रदूषण की वजह से लोगों की जिंदगी के साल कम हो रहे हैं. ये किसी सभ्य समाज में नहीं हो सकता. क्या हम लोग इस वातावरण में जिंदा रह पाएंगे? कोई अपने घर तक में सेफ नहीं है. इस तरह से हम बच नहीं सकते हैं.’

इन दिनों दिल्ली- NCR में रहने वाले लोग प्रदूषण से काफी परेशान हो चुके हैं. कई जगहों पर प्रदूषण का लेवल काफी खतरनाक स्तर पर पहुंच गया है. प्रदूषण की वजह से दिल्ली के कई अस्पतालों में सांस के मरीज पहुंचने लगे हैं. दिल्ली में प्रदूषण की वजह से कुछ दिनों से स्मॉग भी नजर आने लगा है. बताया जा रहा है कि आने वाले एक सप्ताह में स्थिति और ज्यादा खराब हो सकती है.