ब्रिटेन की न्यूज वेबसाइट इंडिपेंडेंट की एक रिपोर्ट कहती है किकी क्षमता का खो जाना हैं. यूके के कान, नाक और गले के डॉक्टरों ने इन लक्षणों की पहचान की है.
कान, नाक और गले के डॉक्टरों के संगठन ENT UK ने कहा है कि ये लक्षण ‘बाकी लक्षणों की गैरमौजूदगी’ में देखे गए हैं. इसके अलावा जिन मरीजों में ये लक्षण पाए जा रहे हैं.
वो कोरोनावायरस के ‘छुपे हुए वाहक’ हो सकते हैं. संगठन का कहना है कि साउथ कोरिया, चीन और इटली के कई मरीजों में इन लक्षणों के पाए जाने का सबूत मिला है.
संगठन ENT UK ने सुझाव दिया है कि ये लक्षण ऐसे मरीजों को पहचानने में मदद कर सकते हैं, जिनमें बाकी लक्षण नहीं दिखते हैं.
कोरोनावायरस संक्रमण के मामलों की संख्या बढ़ती जा रही है. इससे होने वाली मौतों का आंकड़ा भी थमने का नाम नहीं ले रहा है. कई लोग इस बात की शिकायत कर रहे हैं कि टेस्टिंग व्यापक तरीके से नहीं हो रही है.
भारत समेत कई देशों में कोरोनावायरस का टेस्ट सिर्फ कुछ चुनिंदा लोगों का हो रहा है. इनमें वायरस प्रभावित इलाकों से यात्रा करने वाले और बुखार, सूखी खांसी और सांस लेने में तकलीफ जैसे लक्षण दिखाने वाले मरीज शामिल हैं. लेकिन एक नई रिपोर्ट के मुताबिक, कोरोनावायरस संक्रमण कुछ और लक्षण भी पैदा कर रहा है.