यहाँ जानिये क्या सच में डायबिटीज के मरीजों के लिए खतरनाक है चावल का सेवन

खुद को फिट रखने के लिए आप सबसे ज्यादा अपने फूड पर ध्यान देते हैं. देना भी चाहिए क्योंकि खानपान की आदतें ही आपके स्वस्थ रखने में सबसे अहम भूमिका अदा करती हैं. लेकिन बहुत से फूड ऐसे हैं जिनके बारे में आपको भ्रम हैं. आप इनके बारे में जैसा सोचते हैं, वैसा है नहीं. इन फूड से जुड़े कई मिथक हैं जिन्हें लोग बरसों से मानते आ रहे हैं. जबकि साइंस के मुताबिक हकीकत कुछ व है.

1. मिथ : चावल खाने से फैट की चर्बी आता है व यह डायबिटीज के मरीजों के लिए खतरनाक है.
अगर आप शुगर कंट्रोल करने के लिए चावल की स्थान चपाती या ब्रेड को अपने आहार में शामिल कर रहे हैं तो गलती कर रहे हैं क्योंकि ज्यादातर रेडीमेड आटा बहुत ज्यादा उच्च स्तर पर रिफाइन किया हुआ होता है. दरअसल चावल को अगर कला चना या राजमा के साथ खाया जाए तो यह हेल्दी रहता है. ये बात ग्लेसेमिक इन्डेक्स (जीआई) में दक्षिण एशियाई फूड स्टैपल्स के तुलनात्मक अध्ययन में सामने आई है. किसी फूड को जीआई वेल्यू इस आधार पर दी जाती है कि वह कितनी जल्दी शरीर में जाकर पच जाता है. ग्लूकोस को इनडेक्स में 100 जीआई वेल्यू दी गई है. जिन फूड की वेल्यू जीआई (सभी तरह के अनाज, नट्स, फलियां) पर 55 से कम है, उन्हें हेल्दी माना जाता है क्योंकि वह धीरे धीरे शरीर में टूटते हैं व भूख को दूर रखते हैं.

2. मिथ: चीनी की तुलना में शहद ज्यादा हेल्दी होता है
गलत. शहद में 40 प्रतिशत फ्रूक्टोकॉज (फ्रूट शुगर), 30 प्रतिशत ग्लूकोज, पानी व आयरन, कैल्शियम, पोटेशियम और मैग्नीशियम होता है. चूंकि ग्लूकोज की तुलना में फ्रूक्टोकॉज ज्यादा मीठा होता है इसलिए किसी वस्तु को मीठा करने के लिए चीनी की तुलना में कम शहद की आवश्यकता होती है.

वजन कम करने व ब्लड शुगर कंट्रोल करने के लिए चीनी की स्थान शहद का प्रयोग करने का आइडिया ठीक नहीं होगा क्योंकि दोनों में कैलोरी की मात्रा समान है. एक चम्मच (20 ग्राम) शहद में करीब 58 कैलोरी होती है जिसमें 15.3 ग्राम कार्बोहाइड्रेट व 0.1 ग्राम प्रोटीन होता है. जबकि 1 चम्मच चीनी में 15 ग्राम कार्बोहाइड्रेट व 60 कैलोरी होती है. शहद की जीआई वेल्यू 55 है व चीनी की 65. ऐसे में वजन घटाने के लिए चाइना की स्थान शहद को आहार में शामिल करना ज्यादा अच्छा साबित नहीं होगा.

3. मिथ: गर्म पानी पीने से वजन घटता है
गलत. साइंस के मुताबिक यह भ्रम है कि गर्म पानी पीने से वजन घटता है. बल्कि रूम के तापमान जितने एक गिलास पानी से ज्यादा कैलोरी एक गिलास बर्फ का पानी (iced water) पीने से बर्न होती है. जब आप कमरे के तापमान में रखे पानी की स्थान पर ठंडा पानी पीते है तो आपके शरीर का तापमान कम हो जाता है व आपका शरीर 98.6 डिग्री फारेनहाइट (शरीर का तापमान) पर अपने तापमान को बनाए रखने के लिए लड़ता है, इसी वजह से कैलोरी जलता हैं.

अगर आप प्रतिदिन 8-10 गिलास ठंडा पानी पीते हैं तो भी आप 80 से 100 कैलोरी ही बर्न कर पाएंगे. जबकि आपको दिन में 300 से 400 कैलोरी बर्न करने की आवश्यकता होती है.

4. मिथ: नट्स (मेवा) में ज्यादा केलोस्ट्रॉल होता है
गलत. केलोस्ट्रॉल मीट, अंडे, सी-फूड, दूध व नारियल के ऑयल में पाया जाता है. नट्स व सीड्स को अगर फ्राइ न किया जाए तो ये सुपर हेल्दी स्नैक्स हैं. करीब 30 ग्राम ड्राई रोस्टेड मूंगफली में 166 कैलोरी व 14.1 ग्राम वसा होता है. बादाम में 170 कैलोरी व 14.2 ग्राम हेल्दी वसा होता है. काजू में 164 कैलोरी व 13.1 ग्राम फैट होता है. पिस्ता में 162 कैलोरी व 13 ग्राम फैट होता है. सभी तरह के अनाजों व फलियों की तरह नट्स की जीआई वेल्यू 55 से नीचे है. शरीर में धीरे धीरे इनका पाचन होता है. नट्स दिल की स्वास्थ्य के लिए लाभकारी होते हैं.

येले यूनिवर्सिटी, बीएमजे ओपन डायबिटीज रिसर्च एंड केयर में यह सामने आया है कि प्रतिदिन अखरोट का सेवन बैड कोलेस्ट्रॉल को कम करता है. हालांकि इसका वेट लॉस, ब्लड शुगर लेवल व ब्लड प्रेशर पर कोई प्रभाव नहीं पड़ता. अमेरिकन हार्ट एसोसिएशन ऑयल में फ्राइ नट्स की स्थान ड्राई- रोस्टेड नट्स खाने की सलाह देता है.