युद्ध की ओर बढ़ रहा ये देश , दागे खतरनाक रॉकेट

अमेरिका के राष्ट्रपति बाइडेन के बयान ने खलबली मचा दी है। व्हाइट हाउस की ओर से जारी बयान में कहा गया कि इजरायल को अपनी रक्षा करने का हक है।

हालांकि बाइडेन ने उम्मीद जताई कि यह लड़ाई जल्द खत्म हो जाएगी। इजरायल और फिलिस्तीन के चरमपंथी गुट हमास बीच छिड़े इस युद्ध (स्मॉल स्केल वॉर) में 100 से अधिक लोगों के मारे जाने की खबर है।

इजरायल गाजा पट्टी इलाके पर लगातार हमले कर रहा है। वहीं, हमास भी इजरायल पर रॉकेट दाग रहा है। इजरायल के हमले में हमास के 11 टॉप कमांडर मारे गए हैं। हमास ने गाजा शहर के कमांडर बसीम ईसा की मौत की भी पुष्टि की।

इजरायल ने गाजा स्थित हमास के 500 से अधिक ठिकानों को बर्बाद कर दिया है। इस बीच इजरायल के मुस्लिम बहुल इलाकों में दंगे भड़कने के बाद इमरजेंसी लगा दी गई है। खासकर यरुशलम, लॉड, हाइफा और सखनिन शहर में हालात अधिक खराब हैं। 1966 के बाद ऐसा इमरजेंसी लगाने की नौबत आई है।

दोनों की लड़ाई में अब दुनिया के कई देशों के बयान सामने आए हैं। अमेरिका ने इजरायल का समर्थन करते हुए हमलों को जायज ठहराया है, जबकि 57 सदस्यीय इस्लामिक देशों के संगठन आर्गेनाइजेशन ऑफ इस्लामिक कॉपररेशन(OIC) ने एक संयुक्त बयान जारी करके इजरायल की निंदा की है।

निंदा प्रस्ताव पाकिस्तान ने रखा था, जिसे मंजूरी मिल गई। यह बैठक न्यूयॉर्क में हुई थी। माना जा रहा है कि तुर्की और सऊदी अरब ने भी यही प्रस्ताव रखा था और महासभा का विशेष सत्र जल्द बुलाया जा सकता है। संयुक्त राष्ट्र महासचिव एंटोनियो गुतेरेस पहले ही इस मामले को लेकर चिंता जाहिर कर चुके हैं।

इजरायल और फिलिस्तीन के बीच चल रहा संघर्ष धीरे-धीरे विकराल रूप लेता जा रहा है। देर रात इजरायल डिफेंस फोर्स(IDF) ने ट्वीट करके कहा कि वो गाजा पट्टी पर लगातार हवाई और ग्राउंड हमले कर रहा है।

संयुक्त राष्ट्र ने चेतावनी दी है कि अगर इस संघर्ष को विराम नहीं दिया गया, तो दोनों के बीच पूर्ण युद्ध छिड़ जाएगा। अपने टॉप-11 कमांडर मारे जारे के बाद भी हमास झुकने को तैयार नहीं है। वहीं, इजरायल भी स्पष्ट कर चुका है कि दुश्मनों के खात्मे तक वो चुप नहीं बैठेगा।