ओवैसी का बड़ा बयान, कहा राम मंदिर की पहली ईंट रखकर…किया…

मंदिर की नींव उस स्थान पर रखी गई, जहां 450 सालों तक मस्जिद खड़ी थी और इसे आपकी पार्टी और आपके वैचारिक संगठनों जैसे आरएसएस, विहिप, बजरंग दल और तथाकथित धर्मनिरपेक्ष दलों द्वारा ध्वस्त कर दिया गया था।

 

एआईएमआईएम प्रमुख ने कहा, प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि मैं भावुक हूं। मैं कहना चाहता हूं कि मैं भी उतना ही भावुक हूं, क्योंकि मैं नागरिकता के सह-अस्तित्व और समानता में विश्वास करता हूं।

उन्होंने कहा, आज का दिन हिंदुत्व और बहुसंख्यकवाद की जीत और लोकतंत्र व धर्मनिरपेक्षता की हार का दिन है। ओवैसी ने कहा कि प्रधानमंत्री ने मंदिर को सिंबल ऑफ इंडिया कहा है जबकि देश का सिंबल कोई भी धार्मिक जगह, ना मंदिर, ना मस्जिद, नहीं हो सकती है।

उन्होंने कहा कि इस कार्यक्रम में भाग लेकर मोदी ने प्रधानमंत्री के रूप में ली गई शपथ का उल्लंघन करने के साथ ही संविधान की मूल संरचना का भी उल्लंघन किया है जो कि धर्मनिरपेक्ष है।

यहां बुधवार को एक संवाददाता सम्मेलन को संबोधित करते हुए औवेसी ने उस स्थल पर मंदिर के भूमि पूजन में भाग लेने के लिए मोदी की आलोचना की, जहां छह दिसंबर 1992 को बाबरी मस्जिद को ध्वस्त किया गया था। ओवैसी ने कहा कि भारत का एक धर्मनिरपेक्ष देश के रूप में कोई धर्म नहीं है।

ऑल इंडिया मजलिस-ए-इत्तेहादुल मुस्लिमीन (एआईएमआईएम) के अध्यक्ष और हैदराबाद से लोकसभा सांसद असदुद्दीन ओवैसी ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने बुधवार को अयोध्या में राम मंदिर के निर्माण के लिए पहली ईंट रखकर एक हिंदू राष्ट्र की नींव रखी है।खास खबर पर छपी खबर के अनुसार, हैदराबाद के सांसद ने पांच अगस्त को हिंदुत्व की जीत और धर्मनिरपेक्षता की हार का दिन कहा।