कृषि कानूनों पर बोले सीएम योगी, कहा किसानों को दिक्कत नहीं…

सीएम ने कहा कि मुझे आश्चर्य होता है कि समाजवादी पार्टी किस मुंह से किसानों, युवाओं और महिलाओं के बारे में बोलती है. ये लोग तो कभी भी इनकी बात सदन में नहीं करते हैं. किसी भी लोकतंत्र की शक्ति संवाद है.

 

संवाद में सहमति और असहमति भी होगी, लेकिन सहमति तथा असहमति के मध्य समन्वय स्थापित करना ही तो लोकतंत्र का काम है. जब देश गणतंत्र दिवस मना रहा था, उस दिन लाल किले पर तिरंगे का अपमान हुआ.

देश के संवैधानिक प्रतीकों का असम्मान हुआ. क्या यह किसान आंदोलन की आड़ में देश की छवि को खराब करने की साजिश नहीं है? इसी कारण कोई भी स्वाभिमानी समाज इसको स्वीकार नहीं कर सकता है.

इसके बाद सदन में सीएम योगी ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व वाली केंद्र सरकार द्वारा लागू किए गए कृषि कानूनों का फायदा किसानों को मिलेगा. कानूनों को किसानों की आय दोगुना करने के उद्देश्य से लागू किया गया है.

इनमें बिचौलियों से बचाने की भी व्यवस्था की गई है. सदस्य जब वॉकआउट कर रहे थे तो सीएम योगी ने कहा कि ये है वास्‍तविकता, ये है सच्‍चाई, ये सच्‍चाई इस बात को बताती है कि प्रतिपक्ष का हमारे अन्‍नदाता किसानों से कोई लेना-देना नहीं है.

शुक्रवार को सदन की कार्यवाही शुरू होने पर सपा सदस्य और नेता विरोधी दल राम गोविंद चौधरी, शैलेंद्र यादव ललई, नरेंद्र वर्मा और वीरेंद्र यादव ने विधानसभा अध्‍यक्ष को नोटिस देकर सदन की कार्यवाही स्‍थगित कर क‍ृषि कानूनों की वापसी के लिए आंदोलनरत किसानों के उत्‍पीड़न पर चर्चा कराने की मांग की. मांग स्‍वीकृत नहीं हुई तो सपा के सदस्य वॉकआउट कर गए. कांग्रेस के सदस्य भी किसानों के मुद्दे पर सदन से वॉकआउट कर गए.

उत्तर प्रदेश विधानसभा (UP Asembly) में शुक्रवार का दिन खासा हंगामेदार रहा. कृषि कानूनों के विरोध में आंदोलनरत किसानों की समस्याओं से जुड़े मुद्दे को अध्यक्ष द्वारा उठाने की अनुमति नहीं दिए जाने पर कांग्रेस (Congress) और समाजवादी पार्टी (Samajwadi Party) के सदस्यों से सदन से वॉकआउट किया.

इस दौरान सीएम योगी आदित्यनाथ (CM Yogi Adityanath) ने कहा कि कृषि कानूनों से किसानों को कोई दिक्कत नहीं है. किसान संगठन तो कई बार समर्थन कर चुके हैं. दिक्कत बिचौलियों को है, क्योंकि अब पैसा सीधे किसानों के खाते में जा रहा है.