पूर्व सीएम हरीश रावत का बड़ा बयान , कहा आधी योजनाएं तो कांग्रेस सरकार की…

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा चार दिसंबर को 18 हजार करोड़ रुपये की विभिन्न विकास योजनाओं के लोकार्पण और शिलान्यास को कांग्रेस ने छलावा करार दिया। कांग्रेस के चुनाव अभियान समिति के अध्यक्ष पूर्व सीएम हरीश रावत ने कहा कि इन 18 हजार करोड़ की कथित योजनाओं में नौ हजार करोड़ की योजनाएं तो ऐसी हैं जो कांग्रेस सरकार ने मंजूरी की थी।

 राजीव भवन में प्रेस कांफ्रेस में रावत ने कहा कि भाजपा खासकर दो योजनाओं पर काफी इतराती है। ऋषिकेश-कर्णप्रयाग रेल परियोजना और आलवेदर रोड। ऋषिकेश-कर्णप्रयाग रेल परियोजना कांग्रेस सरकार ने मंजूर की थी और वर्ष 2011 में राष्ट्रीय अध्यक्ष सोनिया गांधी ने इसका शिलान्यास किया था। रही बात ऑल वेदर रोड की तो मेरी चुनौती है कि भाजपा ऐसी किसी योजना को धरातल पर दिखा दे। यहां केवल चारधाम यात्रा मार्ग सुधार योजना चल रही है और इसे भी पूर्ववर्ती कांग्रेस सरकार ने ही शुरू किया था।

रावत ने कहा कि गैरसैंण को लेकर भाजपा की असलियत सामने आ चुकी है। गैरसैंण को ग्रीष्मकालीन राजधानी बनाने की घोषणा करते हुए पूर्व सीएम त्रिवेंद्र रावत ने 25 हजार करोड़ रुपये के विशेष बजट का भी ऐलान किया था। लेकिन मोदी जी के 18 हजार करोड़ रूपये में उसकी कोई झलक न दिखी।

रावत ने बिना नाम लिए पर्यटन मंत्री सतपाल महाराज को कहा कि ऋषिकेश-कर्णप्रयाग रेल परियोजना वो सही बात कह सकते हैं। वो मंत्री बताएं कि वर्ष 2011 में उनके कांग्रेस में रहते योजना का शिलान्यास हुआ था, वो सही है या फिर आजकल की भाजपा की घोषणाएं झूठी हैं।

वर्ष 2011 में तत्कालीन यूपीए सरकार ने ऋषिकेश-कर्णप्रयाग रेल परियोजना और टनकपुर-बागेश्वर रेलवे लाइन को राष्ट्रीय प्रोजेक्ट के रूप में लिया था। वर्तमान सरकार ने टनकपुर-बागेश्वर प्रोजेक्ट को खत्म ही कर दिया है।