हमें इस बात की पहचान करना आना चाहिए कि कौन हमारा सच्चा मित्र है और कौन झूठा। मित्र के वेश में शत्रु कौन-कौन है हमें इस बात की पहचान करनी आनी चाहिए। झूठा मित्र आपको असफलता की ओर ढकेल सकता है और मौत के घाट भी।
ऐसा नौकर जो मालिक के प्रति वफादार नहीं है, उसकी वजह से जिंदगी में कभी भी बड़ा तूफान आ सकता है। ऐसे नौकरों को पहचानकर निकाल बाहर कर देना चाहिए।
इन चार तरह के लोगों को खुद से दूर रखना ही अच्छा होता हैं चाणक्य की मानें तो दूसरे पुरुषों के बारे में सोचने वाली स्त्री का साथ नर्क भोगने के समान है। जो अपने पति से प्यार करे ऐसी स्त्री के साथ रहकर किसी भी व्यक्ति का जीवन सफल हो जाता है।
चंद्रगुप्त मौर्य को चक्रवर्ती सम्राट बनाने वाले महान नीतिज्ञ आचार्य चाणक्य की नीतियों के बारे में कौन नहीं जानता। चाणक्य की नीतियों के अनुसार किसी भी मनुष्य को इन चार चीजों से बहुत सावधान रहना चाहिए और खुद को इनसे दूर रखना चाहिए नहीं तो कब मौत आ जाए यह सोचने का वक्त भी मिल पाता है..