कोरोना वायरस के चलते इस देश में नहीं बची कब्रिस्तान में जगह, पुरानी कब्रों को निकालकर किया जा रहा…

यहां अब तक 8.3 लाख मरीजों की पुष्टि हुई है जबिक 41 हजार से ज्यादा लोगों की मौत हो चुकी है। ब्रजील में कोरोना वायरस के प्रकोप का अंदाजा इसी बात से लगाया जा सकता है कि अब वहां कोविड-19 से मरने वालों के शवों को दफनाने के लिए जमीन कम पड़ गई है।

ऐसे में अब ब्रजील सरकार पुराने कब्रों से अवशेषों को निकालकर वहां कोरोना मृतकों को दफनाने की तैयारी शुरू कर दी है समाचार एजेंसी एफपी के मुताबिक ब्राजील का सबसे बड़ा शहर साओ पोवलो कोरोना वायरस से सबसे बुरी तरह प्रभावित हुआ है, वहां अब लाशों को दफनाने के लिए जमीन कम पड़ गई है।

कोरोना के इस भयानक रूप से अंदाजा लगाया जा सकता है कि इस महामारी को रोकना कितना जरूरी है। लाशों के ढेर को दफनाने के लिए अब साओ पोवलो में पुरानी कब्र को खोद कर हड्डियां निकाली जा रही हैं, ताकि वहां नए मृतकों का अंतिम संस्कार किया जा सके।

साओ पोवलो की नगर निगम का कहना है कि सिर्फ उन्हीं कब्रों को खोदा जा रहा है जो तीन साल या उससे ज्यादा पुरानी हैं, इन कब्रों के अवशेषों को निकालकर अलग-अलग थैले में रखा जा रहा है। थैलों पर नंबरिंग भी की जा रही है, उसके बाद उन अवशेषों को बड़े कंटेनर में रख दिया जाता है।

चीन के वुहान शहर से निकला कोरोना वायरस अब पूरी दुनिया में मानव जगत के लिए खतरा बन चुका है। महामारी के रोकथाम के लिए कई देशों के वैज्ञानिक वैक्सीन बनाने के काम में जुटे हुए हैं लेकिन अभी तक किसी के भी हाथ सफलता नहीं लगी है।

इस वायरस का तोड़ अगर जल्दी नहीं खोजा गया तो भविष्य में परिणाम बहुत भयानक हो सकते हैं। कोरोना के चलते आने वाले समय में दुनिया को कैसे दिन देखने पड़ सकते हैं.

इसकी भयावह और विचलित कर देने वाली तस्वीर लैटिन अमेरिकी देश ब्राजील में देखने को मिली है। अमेरिका के बाद पूरी दुनिया में कोरोना वायरस से प्रभावित होने वाला दूसरा बड़ा देश ब्राजील है।