अभी – अभी जम्मू और कश्मीर में हुआ ये, भूलकर भी न करें ये गलती

अंग्रेजी के शब्द एपिडेमिक से पैनडेमिक दोनों का अर्थ महामारी ही होता है. लेकिन, दोनों में एक बड़ा अंतर भी है. दुनिया स्वास्थ्य संगठन ने शुरूआत में कोरोना वायरस को एपिडेमिक घोषित किया था.

 

इसका हिंदी में अर्थ एक क्षेत्र विशेष तक ही सीमित रहने वाली बीमारी होता है. लेकिन, बाद में डब्लूएचओ ने इसे पैनडेमिक घोषित कर दिया. इसका मतलब एक ही बीमारी से संसार के कई देश संक्रमित हो जाएं.

सार्वजनिक सूचना (टीवी, अखबार, फोन, पर्चे आदि) के जरिये महामारी के प्रसार की रोकथाम के तरीका करना.
सरकार किसी आदमी या व्यक्तियों के समूह जो महामारी से ग्रस्त है उसे किसी अस्पताल या अस्थायी आवास में रख सकती है.
सरकारी आदेश नहीं मानना क्राइम होगा व आईपीसी की धारा 188 के तहत सजा भी मिल सकती है. इसके अतिरिक्त जुर्माना भी लगाया जा सकता है.
महामारी एक्ट में सरकारी अधिकारियों को कानूनी सुरक्षा प्राप्त है. अगर कोई अनहोनी होती है तो सरकारी ऑफिसर की कोई जिम्मेदारी नहीं होगी.

कोरोना वायरस के महामारी घोषित होने से सरकारों का ध्यान खींचने में मदद मिलेगी. इससे वैश्विक स्तर पर निष्क्रियता को घटाया जा सकेगा व लोगों को सतर्क करने में मदद मिलेगी.

जम्मू-कश्मीर में कोरोना को महामारी घोषित कर दिया गया है. स्वास्थ्य एवं चिकित्सा एजुकेशन विभाग की ओर से सोमवार देर रात आदेश जारी किया गया. जानिए इस संक्रामक बीमारी के महामारी घोषित होते ही क्या-क्या बदल जाएगा

महामारी शब्द उन संक्रमणकारी बीमारियों के लिए प्रयोग किया जाता है जो एक ही समय में संसार के भिन्न-भिन्न राष्ट्रों के लोगों में फैल रही हो. दुनिया स्वास्थ्य संगठन के अनुसार, जब वायरस बिल्कुल नया हो, वह सम्पर्क के द्वारा आसपास के लोगों को संक्रमित कर रहा हो व उसका कोई उपचार न हो या उससे हो रही मौतों की संख्या तेजी से आगे बढ़ रही हो तो उसे महामारी घोषित किया जा सकता है.