दिलीप कुमार को राजकीय सम्मान के साथ दी जाएगी अंतिम विदाई, जाने पूरी खबर

अस्पताल से जुड़े एक सूत्र ने बताया कि अभिनेता कई साल से बीमार थे, उन्हें प्रोस्टेट कैंसर और फेफड़ों की बीमारी सहित कई बीमारियां थी। एक छोटा आईसीयू उनके घर पर भी बनाया गया था।

कुमार को सांस लेने में तकलीफ के कारण पिछले महीने छह जून को भी इसी अस्पताल में भर्ती कराया गया था। उस समय उनके फेफड़ों के बाहर तरल पदार्थ एकत्र हो गया था, जिसे चिकित्सकों ने सफलतापूर्वक निकाल दिया था और पांच दिन बाद उन्हें अस्पताल से छुट्टी दे दी गई थी। कुमार का असली नाम युसूफ खान था। उनका जन्म 11 दिसम्बर 1922 को पेशावर में हुआ था।

उनके आधिकारिक ट्विटर अकाउंट पर जानकारी दी गई कि अभिनेता का अंतिम संस्कार शाम पांच बजे सांताक्रूज मुंबई के जुहू कब्रिस्तान में किया जाएगा। उनका इलाज कर रहे डॉ. जलील पारकर ने ‘पीटीआई-भाषा’ को बताया, ”लंबी बीमारी के कारण सुबह साढ़े सात बजे उनका निधन हो गया।” कुमार के परिवार में उनकी पत्नी एवं अदाकारा सायरा बानो है।

दिलीप कुमार के पारिवारिक मित्र फैसल फारूकी ने अभिनेता के आधिकारिक ट्विटर अकाउंट पर सुबह आठ बजकर एक मिनट पर लिखा, ” भारी मन और बेहद दु:ख के साथ, मैं यह घोषणा कर रहा हूं कि कुछ मिनट पहले हमारे प्यारे दिलीप साहब का निधन हो गया। हम अल्लाह के बंदे हैं और हमें उनके पास ही लौटकर जाना होता है।”

कुमार का पार्थिव शरीर सुबह करीब साढ़े नौ बजे उनके पाली हिल पहुंचा, जहां उनके प्रशंसकों और धर्मेंद्र, शबाना आजमी, विद्या बालन तथा निर्माता सिद्धार्थ रॉय कपूर ने उन्हें श्रद्धांजलि दी। कुमार के घर के बाहर बेहद भावुक धर्मेंद्र ने पत्रकारों से कहा, ” मैं आज बहुत दुखी हूं, मैं कुछ नहीं कह सकता। मैंने अपने भाई को खो दिया।”

दिलीप कुमार का जनाजा उनके पाली हिल स्थित घर से निकालकर जुहू कब्रिस्तान पहुंच चुका है। कुछ देर में उन्हें सुपुर्द-ए-खाक किया जाएगा। महाराष्ट्र सरकार ने बताया कि उन्हें राजकीय सम्मान के साथ अंतिम विदाई दी जाएगी।

गौरतलब है कि बुधवार सुबह करीब 7:30 बजे उनका निधन हो गया। वे 98 साल के थे। उनके परिवार के सदस्यों और उनका इलाज कर रहे चिकित्सकों ने यह जानकारी दी। हिंदी फिल्म जगत में ‘ट्रेजेडी किंग’ के नाम से मशहूर दिलीप कुमार 98 वर्ष के थे। वह पिछले मंगलवार से यहां स्थित हिंदुजा अस्पताल की गैर-कोविड गहन चिकित्सा इकाई (आईसीयू) में भर्ती थे।