नागरिकता संशोधन कानून (Citizenship Amendment Act) पर देश में मचे बवाल के बीच ने बोला है कि क्या इस देश को धर्मशाला बना देना चाहिए।
उन्होंने बोला कि क्या भगत सिंह व नेता जी सुभाष चंद्र बोस का बालिदान बेकार जाएगा? क्या लोगों ने स्वतंत्रता के लिए इसलिए लड़ाई लड़ी ताकि आजादी के 70 वर्ष बाद देश इस विषय पर विचार करेगा कि निगरिकता गिनें या न गिनें?
महाराष्ट्र में अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद के एक समारोह में नागरिकता संशोधन कानून पर बोलते हुए धर्मेंद्र प्रधान ने बोला कि क्या इस देश को हम धर्मशाल बनाएंगे। क्या इस देश में जो आएगा वैसे ही रह पाएगा। इस विषय पर आज हमें चुनौतियां स्वीकार करनी ही पड़ेगी व इस विचार को अब स्पष्ट करना ही पड़ेगा।
उन्होंने बोला कि हिंदुस्तान में रहना है तो हिंदुस्तान माता की जय भी बोलना ही पड़ेगा। उन्होंने बोला कि हिंदुस्तान में ऐसे ही लोग रह पाएंगे, इस विचार को हमें स्पष्ट करना ही पड़ेगा। –
बता दें कि नागरिकता संशोधन कानून के लेकर देश के भिन्न-भिन्न हिस्सों में विरोध प्रदर्शन चल रहा है। नागरिकता संशोधन कानून के विरोध में कांग्रेस पार्टी ने अपने 135वें स्थापना दिवस के मौके पर ‘संविधान बचाओ, हिंदुस्तान बचाओ’ रैली का आयोजन किया वहीं तमिलनाडु में तौहीद जमान ने CAA के विरोध में मार्च निकाला।